लोकतंत्र में सहभागिता निभाने हर आयु वर्ग के मतदाताओ ने दिखाया उत्साह
बलौदाबाजार । लोकसभा निर्वाचन 2024 में मंगलवार 7 मई को जिले के हर आयु वर्ग के मतदाताओं ने लोकतंत्र के उत्सव में अपनी सहभागिता निभाने उत्साह दिखाया। मतदान केन्द्रों पर सुबह से ही मतदान के लिए मतदाताओं की कतार लग गई थी। सभी मतदाताओं ने कतार में लगकर बारी-बारी से अपने मताधिकार का प्रयोग किया और यह क्रम मतदान समाप्ति तक चलता रहा। प्राप्त अनंतिम आंकड़े अनुसार शाम 5 बजे तक जिले का मतदान बिलाईगढ़ विधानसभा सहित प्रतिशत 65.24 रहा। शाम 5 बजे के बाद भी जो मतदाता मतदान केंद्र परिसर के अंदर पहुंच गए वे कतार में मतदान के लिए खड़े हुए है।अनंतिम आंकड़े के अनुसार जांजगीर चांपा क्षेत्र अंतर्गत कसडोल विधानसभा क्षेत्र में 62.16 प्रतिशत,इसके साथ ही विधानसभा बिलाईगढ में 64.23 प्रतिशत रहा। इसी तरह रायपुर लोकसभा क्षेत्र अंतर्गत बलौदाबाजार विधानसभा क्षेत्र में 68.66 प्रतिशत तथा भाटापारा विधानसभा क्षेत्र में 65.91प्रतिशत मतदान हुआ है। मतदान केन्द्रों में बुजुर्ग एवं दिव्यांग मतदाताओं के लिए विशेष व्यवस्था की गई थी। बुजुर्ग एवं दिव्यांगजनों के लिए स्कॉउट गाईड, एनसीसी के बच्चों ने मतदान मित्र के रूप में तथा पुलिस के जवानों ने सेवा भावना के साथ मदद की। उनके लिए व्हीलचेयर की व्यवस्था की गई थी। सेल्फी जोन में फोटो खींचाकर मतदाताओं ने अपनी खुशी जाहिर की। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी श्री के एल चौहान एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सदानंद कुमार ने मतदान केन्द्रों का भ्रमण कर व्यवस्था का लगातार निरीक्षण करते रहे।
निर्वाचन को शांतिपूर्ण संपन्न कराने के लिए सुरक्षा के चाक-चौबंद इंतजाम किए गए थे। जिले के सभी विधानसभा क्षेत्रों में मतदान शांतिपूर्ण संपन्न हुआ।
भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार मतदाताओं को मतदान के लिए प्रेरित करने जिले में 34 आदर्श एवं 239 संगवारी मतदान केन्द्र केन्द्र बनाए गए थे। संगवारी मतदान केंद्रों में मतदान दल संपूर्ण रूप से महिला अधिकारियों-कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई। इन मतदान केन्द्रों में महिलाओं ने बड़ी संख्या में मतदान किया और उन्होंने संगवारी मतदान केन्द्र की प्रशंसा की। इसी तरह प्रत्येक विधानसभा क्षेत्र में 1-1 दिव्यांग एवं में 1-1 युवा मतदान केन्द्र बनाए गए थे। जिसमें युवा मतदान केंद्रों का संचालन युवा कर्मचारी द्वारा तथा दिव्यांग मतदान केंद्र का संचालन दिव्यांग अधिकारी कर्मचारी द्वारा किया जाता है। मतदान करने में दिव्यांग व बुजुर्ग भी नहीं रहे आगे- भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 85 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के ऐसे मतदाता जो मतदान केन्द्रों तक पहुंचने में असमर्थ थे, उन्हें चिन्हांकित कर होम वोटिंग की सुविधा दी गई। इसके बाद भी मतदान केन्द्रों पर बड़ी संख्या में बुजुर्ग मतदाताओं ने बढ़-चढ़कर मतदान में हिस्सा लिया। आयोग द्वारा ऐसे बुजुर्ग मतदाताओं के लिए मतदान केन्द्रों पर व्हील चेयर की भी व्यवस्था की गई थी और स्कॉउट-गाईड,एनसीसी के बच्चों ने मतदान मित्र के रूप में, तो कहीं पुलिस के जवानों ने सेवा भावना के साथ उनकी मदद भी की। इसी तरह दिव्यांग मतदाताओं ने भी कठिनाईयों को दरकिनार कर मतदान केन्द्रों में पहुंचे और अपने मताधिकार का प्रयोग किया। नये मतदाताओं ने पहली बार किया मतदान-18 वर्ष के ऐसे युवा जिन्होंने मतदाता सूची में अपना नाम जुड़वाया था जिनमे अधिकांश कॉलेज के छात्रों ने पहली बार अपने मताधिकार का प्रयोग किया। युवाओं ने बड़े उत्साह के साथ मतदान केन्द्रों पर पहुंचकर मताधिकार का प्रयोग किया। पहली बार मतदान करने पर उन युवाओं के चेहरे पर खुशियां दिखी।
’विशेष थींम पर बने मतदान केंद्र रहे आकर्षण का केंद्र- इस बार आदर्श मतदान केंद्रों को विशेष थींम पर सजाया गया था जो मतदाताओ के लिए आकर्षण का केंद्र रहा जहां सेल्फी पॉइंट में मतदाता उत्साह के साथ फोटो खिंचाए।महिला मतदाताओं को मतदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए बनाए गए संगवारी मतदान केन्द्रों में बड़ी संख्या में महिला मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करने पहुंची। संगवारी मतदान केन्द्रों के महिला मतदान दलों द्वारा मतदान कराया गया। इन मतदान केन्द्रों में महिलाओं ने उत्साहपूर्वक मतदान किया और संगवारी मतदान केन्द्र की प्रशंसा की।