व्यापार जगत

हमें नुकसान पहुंचाने के लिए कर रहे हैं ओवरटाइम…” : महुआ मोइत्रा के ‘कैश-फ़ॉर-क्वेश्चन’ विवाद पर अदाणी समूह

अदाणी समूह ने सोमवार को कहा कि साफ़ है कि कुछ समूह और व्यक्ति हमारे ग्रुप के ‘नाम, गुडविल और बाज़ार की स्थिति’ को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से ‘बहुत ज़्यादा काम’ (ओवरटाइम) कर रहे हैं, और ऐसा इन आरोपों से साबित होता है कि तृणमूल कांग्रेस की सांसद महुआ मोइत्रा और हीरानंदानी समूह के CEO दर्शन हीरानंदानी ने गौतम अदाणी और उनकी कंपनियों के समूह को संसद में पूछे गए सवालों के ज़रिये निशाना बनाने के लिए साज़िश रची थी.
सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्री द्वारा हलफनामे के रूप में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) में शिकायत दर्ज करवाने के बाद अदाणी समूह का बयान आया है. जय अनंत देहाद्री के हलफनामे में आरोप लगाया गया है महुआ मोइत्रा ने संसद में सवाल पूछने के लिए दर्शन हीरानंदानी से रिश्वत और अनुचित लाभ हासिल किए थे, ताकि दर्शन हीरानंदानी की तरफ़ से संसद में सवाल किए जाएं, जिनसे खासतौर से गौतम अदाणी और उनकी कंपनियों के समूह को निशाना बनाया जाए.

महुआ मोइत्रा का कहना है कि वह इस मामले में किसी भी तरह की जांच का स्वागत करती हैं.

इस बीच, हीरानंदानी समूह ने भी आरोपों को खारिज किया और दावा किया कि आरोपों में ‘कोई दम नहीं’ है. समूह के प्रवक्ता ने कहा, “हम हमेशा व्यापार करते रहे हैं, राजनीति के व्यवसाय में नहीं है… हमारे समूह ने हमेशा देश के हित में सरकार के साथ काम किया है और आगे भी करते रहेंगे…”

अदाणी समूह के प्रवक्ता ने सोमवार को एक बयान में कहा, “चौंकाने वाले घटनाक्रम में रविवार, 15 अक्टूबर, 2023 को सुप्रीम कोर्ट के वकील जय अनंत देहाद्री ने सांसद महुआ मोइत्रा और हीरानंदानी समूह के CEO दर्शन हीरानंदानी द्वारा ‘एक आपराधिक साज़िश रचने’ को रिकॉर्ड में लाते हुए एक शपथपत्र के तौर पर CBI के पास शिकायत दर्ज की. इस साज़िश के तहत संसदीय प्रश्नों के माध्यम से खासतौर से गौतम अदाणी और उनकी कंपनियों के समूह को निशाना बनाया जाना था…”

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