क्यों मनाया जाता है विश्व कैंसर दिवस, जानिए सिर्फ महिलाओं को होने वाले कैंसर के बारे में
विश्व कैंसर दिवस का मकसद कैंसर के प्रति जागरूकता फैलाना और इस घातक बीमारी को लेकर लोगों को सचेत करना है. हाल ही में एक्ट्रेस पूनम पांडे सर्वाइकल कैंसर से लोगों को अवगत कराने के लिए एक कैंपेन का हिस्सा बनी थीं जिसमें उन्होंने यह अफवाह उड़वाई थी कि वे मर चुकी हैं. कैंसर से हर साल कितने ही लोगों की जान चली जाती है. कैंसर (Cancer) होने पर शरीर के अंगों और टिशूज की क्षति होने लगती है और सेल्स की एब्नॉर्मल ग्रोथ शुरू हो जाती है. कैंसर के इलाज में कीमोथेरैपी, हार्मोनल थेरैपी, रेडिएशन थेरैपी, सर्जरी और टार्गेटेड थेरैपी के अलावा इम्यूनोथेरैपी प्रमुख हैं. वहीं, कुछ कैंसर ऐसे हैं जो केवल महिलाओं को ही होते हैं. इन कैंसर के लक्षण को समय रहते पहचानना और इनसे बचाव करना जरूरी होती है.
महिलाओं को होने वाले कैंसर –
ब्रेस्ट कैंसर
महिलाओं को होने वाले सबसे आम कैंसर में ब्रेस्ट कैंसर आता है. इस कैंसर के होने पर ब्रेस्ट सेल्स और लिंफ नॉड्स में कैंसर होता है. ब्रेस्ट कैंसर (Breast Cancer) से बचे रहने के लिए डाइट का हेल्दी होना, फिजिकल एक्टिविटी करते रहना और रूटीन स्क्रीनिंग जरूरी है. इस कैंसर के प्रमुख लक्षणों में ब्रेस्ट पर लंप्स महसूस होना, निपल में बदलाव, ब्रेस्ट का सूजना, अंडरआर्म में गांठ होना और ब्रेस्ट में दर्द या खुजली होना शामिल है.
सर्वाइकल कैंसर
सर्वाइकल कैंसर (Cervical Cancer) गर्भाशय ग्रीवा का कैंसर होता है. इस कैंसर के कारणों में धुम्रपान, एचपीवी, एचआइवी या एड्स, बर्थ कंट्रोल पिल्स लेना और मल्टीपल सेक्स पार्टनर्स होना है. इसके लक्षण पहचानने में आमतौर पर मुश्किल आती है. हालांकि, खतरा बढ़ने पर अत्यधिक वजाइनल ब्लीडिंग या डिस्चार्ज हो सकता है.
ओवेरियन कैंसर
महिलाओं की ओवरी में यह कैंसर होता है. ओवरी या अंडाशय रिप्रोडक्टिव सिस्टम का एक हिस्सा है और एग्स प्रोड्यूस करता है जिससे गर्भधारण करने में मदद मिलती है. महिलाओं को होने वाले कॉमन कैंसर में ओवेरियन कैंसर भी आता है. इस कैंसर के लक्षणों में पेल्विक के पास दर्द, पेट के निचले हिस्से में दर्द और इंटर्नल ब्लीडिंग आदि शामिल हैं.