Sahara Refund के निवेशकों का सेबी पास रखा ₹25000 करोड़ किसे मिलेगा? फंड बनाने का क्या मकसद क्या है? मोदी सरकार की योजना?
सहारा समूह की दो कंपनियों में पैसा लगाने वाले निवेशकों को रिफंड दिलाने के लिए अलग कोष बनाया जा सकता है। बताया जा रहा है कि सेबी के पास जमा सहारा के फंड को सरकार के समेकित कोष में हस्तांतरित करने पर विचार किया जा रहा है। इसके लिए सेबी पूरी प्रक्रिया पर कानूनी सलाह ले रहा है। सरकारी सूत्रों ने कहा कि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (SEBI) के लिए पैसे ट्रांसफर करना बहुत जल्दबाजी होगी, क्योंकि सहारा रिफंड पोर्टल के माध्यम से ट्रांसफर की प्रक्रिया अभी भी चल रही है।
इस पूरी कवायद का मकसद है कि अगर बाद में कोई निवेशक, जिसका पैसा इन कंपनियों में फंसा था, वो क्लेम करता है तो उसे रिफंड दिया जा सके है। यह भी बताया जा रहा है कि यदि अगर सेबी अपने सभी माध्यमों के सत्यापन से किसी निवेशक का पता नहीं ढूढ़ पाता है तो इस कोष इस्तेमाल गरीब कल्याण योजनाओं के लिए किया जा सकता है।
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने एनडीवी से कहा है,” 2.5 लाख निवेशकों को लगभग ₹ 230 करोड़ का भुगतान हो चुका है। पोर्टल पर नए रजिस्ट्रेशन अभी भी हो रहे हैं, इसलिए यह कहना जल्दबाजी होगी कि सेबी से पैसा Consolidated Fund of India में ट्रासंफर कर दिया जाएगा। “