जब लाहौर में श्रीलंकाई टीम बस पर बरसीं दनादन गोलियां, 8 की गई थी जान; सहम गए थे दुनियाभर के क्रिकेटर

नई दिल्ली. क्रिकेट में 3 मार्च के दिन को एक काले अध्याय की तरह देखा जाता है। खासकर पाकिस्तान क्रिकेट के लिए, क्योंकि आज ही के दिन साल 2009 में पाकिस्तान के लाहौर में श्रीलंका की क्रिकेट टीम बस पर एक आतंकवादी हमला हुआ था, जिसमें 8 लोगों की जान चली गई थी। श्रीलंका की टीम के कई क्रिकेटर इंजर्ड भी हो गए थे। इससे ना सिर्फ श्रीलंका, बल्कि दुनियाभर के क्रिकेटर सिहर गए थे, क्योंकि उस समय पाकिस्तान में इंटरनेशनल क्रिकेट के लिए ज्यादातर टीमें जाती थीं। इसके बाद से करीब एक दशक तक पाकिस्तान में क्रिकेट पूरी तरह बंद रही। हालांकि, अब चैंपियंस ट्रॉफी 2025 खेली जा रही है।
दरअसल, 3 मार्च 2009 को पाकिस्तान के लाहौर में मैच खेलने जा रही श्रीलंका की क्रिकेट टीम की बस पर हथियारबंद लोगों ने दनादन गोलियां चलाईं। श्रीलंका की टीम दोनों देशों के बीच खेले जा रहे सीरीज के दूसरे टेस्ट मैच के तीसरे दिन के खेल के लिए स्टेडियम की तरफ जा रही थी। उसी समय टीम बस को निशाना बनाया गया। इस बस में श्रीलंका की टीम के बड़े खिलाड़ी भी बैठे थे, जिनमें कप्तान महेला जयवर्धने, कुमार संगकारा और अन्य खिलाड़ी शामिल थे। कई खिलाड़ियों को चोट भी लगी थी। इस आतंकवादी घटना के बाद मैच को रद्द कर दिया गया था और टीम को एयरलिफ्ट करके स्टेडियम से श्रीलंका वापस भेजा गया था।
श्रीलंका की टीम के काफिले में जिस बस पर हमला हुआ था, उसमें कप्तान महेला जयवर्धने और उपकप्तान कुमार संगकारा, अजंता मेंडिस, थिलन समरवीरा और थरंगा परवितरणा भी शामिल थे। सपोर्ट स्टाफ के दो सदस्य और एक रिजर्व अंपायर भी इंजर्ड हो गए थे। वहीं, छह सुरक्षाकर्मी और दो नागरिक इस घटना में मारे गए थे। इस घटना के बाद से एक दशक तक पाकिस्तान का दौरा किसी भी टीम ने नहीं किया। यहां तक कि भारतीय टीम तो आज भी पाकिस्तान जाने से इनकार करती रही है। यही कारण है कि चैंपियंस ट्रॉफी 2025 के मुकाबले भारत पाकिस्तान की बजाय दुबई में खेल रहा है।