महाकुंभ में रात में एक बजे क्या हुआ?… और मच गई भगदड़
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में त्रिवेणी संगम के स्नान के लिए करोड़ों श्रद्धालु पहुंचे हैं। बुधवार को सुबह साढ़े आठ बजे तक तक ही तीन करोड़ से अधिक श्रद्धालु स्नान कर चुके थे। लेकिन महाकुंभ के इस उल्लास के बीच रात को एक बजे मची भगदड़ की सूचनाओं ने देश और दुनिया भर में फैले करोड़ों लोगों को चिंता से भर दिया। हर कोई जानना चाहता है कि आखिर रात में एक बजे ऐसा क्या हुआ था कि महाकुंभ में भगदड़ मच गई। इस भगदड़ में कुछ लोगों की मौत और कई के घायल होने की सूचना आई। भगदड़ की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में उच्चस्तरीय बैठक बुला ली। बैठक में मुख्य सचिव, डीजीपी, प्रमुख सचिव गृह, मुख्यमंत्री कार्यालय के अपर मुख्य सचिव और एडीजी लॉ एंड आर्डर सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद हैं।
इस बीच सीएम योगी आदित्यनाथ ने मीडिया से भी बात की। इस बातचीत में उन्होंने बताया कि रात को एक बजे क्या हुआ और श्रद्धालुओं को चोट कैसे लगी? मुख्यमंत्री ने बताया कि रात में एक से दो बजे के बीच अखाड़ा मार्ग पर कुछ श्रद्धालुओं ने बैरिकेडिंग फांदकर आने की कोशिश की। इसी कोशिश में वे घायल हो गए। उन्हें तत्काल अस्पताल पहुंचाकर उनके इलाज की व्यवस्था की गई है। उनमें से कुछ श्रद्धालु गंभीर रूप से घायल हैं। बता दें कि अखाड़ों के अमृत स्नान की दृष्टि से अखाड़ा मार्ग पर बैरिकेडिंग की गई थी।
सीएम योगी ने यह भी बताया कि लगभग आठ से 10 करोड़ श्रद्धालु इस समय प्रयागराज में मौजूद हैं। कल भी साढ़े पांच करोड़ श्रद्धालुओं ने महाकुंभ में स्नान किया था। श्रद्धालुजनों के बड़ी संख्या में संगम नोज पर जाने के कारण वहां पर भारी दबाव बना हुआ है। प्रशासन ने घटना में घायल सभी लोगों को तत्काल अस्पतालों में पहुंचाया। सभी का उपचार चल रहा है। मुख्यमंत्री ने महाकुंभ में मची भगदड़ को लेकर फैल रही अफवाहों से सर्तक रहने की अपील करते हुए यह भी कहा कि सभी लोग संयम से काम ले। सीएम ने बताया कि प्रयागराज में मौनी अमावस्या को लेकर बड़े स्तर पर तैयारियां की गई हैं। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय मंत्री अमित शाह, भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल आदि सभी यहां आने वाले श्रद्धालुओं के सकुशल स्नान करने को लेकर लगातार रिपोर्ट ले रहे हैं।
उधर, महाकुंभ में भगदड़ के बाद से मेला क्षेत्र में प्रशासन हाई अलर्ट पर है। भगदड़ के बावजूद संगम में मौनी अमावस्या पर पवित्र डुबकी लगाने के लिए भारी भीड़ मौजूद है। संगम की रेती पर श्रद्धालुओं का रेला लगा हुआ है।