खेल जगत

जल्दबाजी में विराट कोहली ने लिया टेस्ट से संन्यास, एक नहीं इस फैसले के पीछे थे कई कारण!

भारत के पूर्व कप्तान और दिग्गज बल्लेबाज विराट कोहली ने 12 मई को टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेकर हर किसी को हैरानी में डाल दिया। उनके इस जल्दबाजी के फैसले ने कई तरह के सवाल खड़े कर दिए हैं। कोहली के रिटायरमेंट की वजह से टीम इंडिया को भी बड़ा झटका लगा है।

दरअसल, विराट कोहली भारतीय टीम के वो खिलाड़ी हैं जिनके टीम में रहने भर से ही विरोधी टीम की हालत खराब हो जाती है। हालांकि, टेस्ट से उनके संन्यास लेने के बाद अब ये सवाल है कि बीसीसीआई उनकी जगह किसे टीम में शामिल करेगा। लेकिन, उससे बड़ा सवाल ये है कि कोहली को टेस्ट से संन्यास लेने की इतनी जल्दी क्यों थी? तो चलिए जानते हैं कुछ ऐसे कारण, जिसने उन्हें संन्यास लेने के लिए मजबूर किया…

1. विराट कोहली ने टेस्ट में खो दी फॉर्म

दरअसल, विराट कोहली का टेस्ट में वो फॉर्म देखने नहीं मिल रहा था, जिसके लिए वह जाने जाते हैं। उनका 2019 में 27वां टेस्ट शतक आया था। फिर अगले ही साल 2020 में कोरोना वायरस आ गया, मैच कम होने लगे और कोहली अपनी फॉर्म खो बैठे।

2019 तक उन्होंने करीब 55 की औसत से 7202 रन बनाए थे। अगले 5 सालों में वे 39 टेस्ट में महज 31 की औसत से 2028 रन ही बना पाए। इस दौरान उनके बल्ले से केवल 3 शतक आए।

बीते दिनों कोहली बांग्लादेश, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी पिछली 3 सीरीज में भी आउट ऑफ फॉर्म नजर आए। वे सिर्फ एक अर्धशतक और एक शतक ही लगा पाए। उन्होंने अपना आखिरी टेस्ट 3 से 5 जनवरी तक सिडनी में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेला और मई में संन्यास ले लिया।

जल्दबाजी में विराट कोहली ने लिया टेस्ट से संन्यास, एक नहीं इस फैसले के पीछे थे कई कारण!

2. ऑस्ट्रेलिया में दिए थे संन्यास के संकेत

भारत ने नवंबर से जनवरी के बीच टेस्ट क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया का दौरा किया था, जहां टीम को 3-1 से हार का सामना करना पड़ा था। इस बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी में कोहली ने पहले मैच में शतक लगाया था, जिसके बाद लगा कि उन्होंने फॉर्म वापस पा ली है।

हालांकि, उसके बाद के एक भी मैच में विराट कोहली एक भी अर्धशतक नहीं लगा पाए और सीरीज में केवल 190 रन ही बनाए। इस सीरीज के बाद कोहली ने कहा था कि वह इस फॉर्मेट में अपनी फॉर्म खो रहे हैं।

3. कोच गौतम गंभीर की सख्त नीति

गंभीर को भी कोहली के संन्यास की वजह माना जा रहा है। गंभीर को अगस्त 2024 में टीम इंडिया का नया हेड कोच बनाया गया था। कोच बनते ही उन्होंने बयान दिया था कि वह टीम इंडिया के स्टार कल्चर को खत्म करना चाहते हैं। गंभीर की एंट्री के बाद बीसीसीआई ने लंबे दौरों पर परिवार के साथ ज्यादा समय बिताने पर रोक लगा दी थी।

पूर्व कप्तान रोहित शर्मा, विराट कोहली समेत टीम के कुछ सीनियर खिलाड़ी इस फैसले से नाराज नजर आए। गंभीर के कोच बनने के बाद टीम ने न्यूजीलैंड से घरेलू मैदान पर और ऑस्ट्रेलिया से उसकी जमीन पर सीरीज गंवा दी। जिसके बाद रविचंद्रन अश्विन, रोहित शर्मा और विराट कोहली को संन्यास लेना पड़ा।

4. रोहित शर्मा का प्रभाव

टीम इंडिया के वनडे कप्तान रोहित शर्मा ने 7 मई को टेस्ट से संन्यास ले लिया। इसके 5 दिन के अंदर ही विराट कोहली ने फिर से लाल गेंद वाली क्रिकेट को अलविदा कह दिया।

यह पहली बार नहीं है जब कोहली और रोहिन ने एक साथ किसी फॉर्मेट से संन्यास लिया हो। इससे पहले दोनों ने टी20 वर्ल्ड कप 2024 को जीतने के बाद इस फॉर्मेट से संन्यास ले लिया था। जिससे ये भी समझा जा रहा है कि कोहली पर रोहित का प्रभाव है।

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5. युवा खिलाड़ियों को मौका

2019 में शुरू हुई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप भी कोहली के संन्यास की एक बड़ी वजह है मानी जा रही है। क्योंकि 20 जून से इंग्लैंड में टीम इंडिया की 5 टेस्ट सीरीज शुरू होगी, जो 2027 WTC में भारत की पहली सीरीज है, यहीं से टीम इंडिया का फाइनल में पहुंचना तय होगा।

इतना ही नहीं, कोहली कई इंटरव्यू में कह चुके हैं कि अगर उन्हें लगेगा कि वह टीम में योगदान नहीं दे पा रहे हैं तो वह संन्यास ले लेंगे, ताकि युवा खिलाड़ियों को टीम में मौका मिले।

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