नशे को लेकर यादव की मौजूदगी में विजयवर्गीय के बयान से सियासत हुई तेज
इंदौर, भोपाल, मध्यप्रदेश में पिछले कुछ दिन में हुई नशे की कार्रवाई को लेकर राज्य के वरिष्ठ मंत्री कैलाश विजयवर्गीय द्वारा मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव की उपस्थिति में सामने आए एक बयान को लेकर राज्य में सियासत तेज हो गई है।
श्री विजयवर्गीय ने कल देर रात इंदौर में आयोजित एक समारोह के दौरान डॉ यादव की मंच पर उपस्थिति के बीच नशे के खिलाफ कार्रवाई के संबंध में कहा, ‘हमें संतोष है, लेकिन संतुष्टि नहीं है क्योंकि चोर को तो पकड़ रहे हैंं, लेकिन चोर की मां तक नहीं पहुंच रहे हैं। मैं खुले मंच से कह रहा हूं कि ये सभी ड्रग्स वगैरह प्रतापगढ़ से आते हैं। मुख्यमंत्री जी इसमें भोपाल के अधिकारियों को हस्तक्षेप करना पड़ेगा क्योंकि यहां पर राज्य की पुलिस राजस्थान की पुलिस से संपर्क करके, मेरे को तो नाम भी पता लग गए हैं कि कौन -कौन लोग हैं वहां पर।’
उन्होंने कहा कि अगर इन सभी को जेल में नहीं डाला गया तो मध्यप्रदेश का युवा बर्बादी की राह पर चला जाएगा।
इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ यादव को संबोधित करते हुए कहा कि वे मुख्यमंत्री भी हैं और इंदौर के प्रभारी मंत्री भी हैं, इसलिए उनके सख्त निर्देशों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि हमेंं मालूम है कि मुख्यमंत्री नशे के सख्त विरोधी हैं और जब जिस बात का संकल्प लेते हैं, उस कार्य को पूरा करके ही दम लेते हैं।
श्री विजयवर्गीय के सार्वजनिक तौर पर दिए गए इस बयान के बाद कांग्रेस सरकार पर हमलावर हो गई है। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष जीतू पटवारी के मीडिया परामर्शकार के के मिश्रा ने एक्स पर कहा कि मंत्री श्री विजयवर्गीय की साफ़गोई के वे क़ायल हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री डॉ यादव की मौजूदगी में इस बात का अहसास करा दिया।
श्री मिश्रा ने मुख्यमंत्री से सवाल किया कि क्या इसमें राजस्थान सरकार शामिल है। इसके साथ ही उन्होंने राज्य के उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा पर भी सवाल उठाए।