‘ऑपरेशन सिंदूर’ की रीढ़ बना विदर्भ, विस्फोटकों के प्रहार से कांपा पाकिस्तान

नागपुर: पाकिस्तान में हाहाकार मचाने वाले और पूरी दुनिया का ध्यान खींचने वाले ऑपरेशन सिंदूर में नागपुर और विदर्भ की अत्यंत गौरवपूर्ण भूमिका रही है। नागपुर-विदर्भ क्षेत्र ने शक्तिशाली विस्फोटकों के माध्यम से सीधे पाकिस्तान में घुसकर ऐसा सबक सिखाया है, जो हमेशा याद रखा जाएगा। गौरतलब है कि भारतीय सेना की असली ताकत नागपुर-विदर्भ क्षेत्र में मौजूद है। यह महत्वपूर्ण जानकारी सूत्रों के हवाले से सामने आ रही है।
नागपुर और भंडारा में ऑर्डनेंस फैक्टरी है, जबकि वर्धा जिले के पुलगांव में केंद्रीय गोला-बारूद भंडार स्थित है। एशिया का सबसे बड़ा यह भंडार अति-शक्तिशाली विस्फोटकों से भरा रहता है। भंडारा में उच्च क्षमता वाले विस्फोटकों का निर्माण होता है, वहीं नागपुर की सोलर इंडस्ट्रीज में सेना के लिए विनाशकारी बम, ड्रोन, मिसाइल और रॉकेट लॉन्चर जैसे उपकरण तैयार किए जाते हैं। यही कारण है कि शत्रु देशों को करारा जवाब देने वाली भारतीय सेना को नागपुर-विदर्भ के गोला-बारूद की मजबूत और नियमित आपूर्ति मिलती है।
नागपुर-विदर्भ के विस्फोटकों का बड़े पैमाने पर उपयोग
हर बार साजिशें रचकर 26/11, पुलवामा और पहलगाम जैसे घातक हमलों के ज़रिये देश की जवानों और बेकसुर जनता को जख्मी करने वाले पाकिस्तान को भारत ने मंगलवार-बुधवार की रात जबरदस्त सबक सिखाया। भारत को मिटाने की धमकी देने वाले पाकिस्तानी आतंकवादी संगठनों के सरगनाओं को यह समझा दिया गया कि ‘घर में घुसकर मारना’ क्या होता है।
आतंक से जुड़ी सात पुश्तों तक को डराने वाली इस एयर स्ट्राइक में नागपुर-विदर्भ के विस्फोटकों का बड़े पैमाने पर उपयोग किया गया, यह जानकारी उच्च पदस्थ अधिकारियों ने दी है।
भारतीय शक्ति का प्रदर्शन
सोलर इंडस्ट्रीज द्वारा निर्मित SEBEX 2 विस्फोटकों ने भारतीय हथियार प्रणाली में क्रांति ला दी है। इन विस्फोटकों की शक्ति अत्यंत प्रभावशाली है। भारतीय सैन्य शक्ति और विध्वंसक क्षमता का परिचय शत्रु देशों को दिलाने के लिए ये विस्फोटक अब विश्व स्तर पर पहचान बना चुके हैं।
विश्वभर की नज़रों में पाकिस्तान की छवि खराब करने वाले इस एयर स्ट्राइक के लिए आवश्यक रसद नागपुर-विदर्भ से भेजी गई थी, ऐसी चर्चा है। इस संबंध में जब सोलर इंडस्ट्री से अधिकृत जानकारी प्राप्त करने का प्रयास किया गया, तो यह कहकर जानकारी देने से इनकार कर दिया गया कि मामला देश की सुरक्षा से जुड़ा है।