नीतीश कुमार को जिसने संयोजक बनाने से किया इनकार, वे उन्हें PM पद के दे रहे ऑफर
नई दिल्ली. लोकसभा चुनाव के नतीजे सामने आने के बाद नीतीश कुमार की उपयोगिता एनडीए के लिए तो बढ़ ही गई, साथ ही इंडिया गठबंधन भी बिहार के मुख्यमंत्री पर डोरे डालने लगा। हालांकि, उन्हें अपने इस अभियान में सफलता नहीं मिली। नीतीश कुमार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए गठबंधन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। कल संसदीय दल की बैठक में भी उन्होंने पीएम मोदी की खूब सराहना की।
वहीं, नीतीश कुमार के सलाहकार और उनकी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता केसी त्यागी ने शुक्रवार को कहा कि जिस इंडिया गठबंधन ने नीतीश कुमार को अपना राष्ट्रीय संयोजक बनाने से इनकार कर दिया था, वही अब नीतीश को पीएम बनाने की पेशकश कर रहा है। त्यागी ने कहा कि उन्होंने इस प्रस्ताव को सिरे से खारिज कर दिया है और वे एनडीए के साथ मजबूती से खड़े हैं।
इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए त्यागी ने कहा: “राजनीति का खेल ऐसा है कि जिन लोगों ने नीतीश कुमार को इंडिया गठबंधन का राष्ट्रीय संयोजक बनाने से इनकार कर दिया था, वे अब नीतीश को पीएम बनाने की पेशकश कर रहे हैं।”
केसी त्यागी ने कहा कि कांग्रेस और अन्य दलों द्वारा दुर्व्यवहार के कारण ही नीतीश को इस जनवरी में एनडीए में वापस लौटने के लिए मजबूर होना पड़ा। उन्होंने कहा, “पीछे मुड़कर देखने का कोई सवाल ही नहीं है। चुनाव प्रचार के दौरान नीतीश कुमार ने कई बार यह बात कही है। हम अब एनडीए के एक मूल्यवान भागीदार हैं और हम नरेंद्र मोदी के हाथ मजबूत करेंगे।”
केसी त्यागी ने बताया कि नीतीश कुमार इंडिया गठबंधन के घटक दलों को इकट्ठा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे थे। उन्होंने कहा, “एनडीए के साथ हमारा सम्मान बहाल हो गया है और नीतीश कुमार राष्ट्रीय राजनीति में एक बड़े पार्टनर बन गए हैं। हमें सहयोगी भाजपा से बहुत सम्मान मिल रहा है।” इ
स बीच पटना में सीएम हाउस के सूत्रों ने संकेत दिया कि राज्यसभा सांसद संजय कुमार झा केंद्रीय मंत्री पद के लिए सबसे आगे चल रहे हैं। मंत्री पद की दौड़ में शामिल अन्य जेडीयू नेताओं में राज्यसभा सांसद और ईबीसी नेता रामनाथ ठाकुर, झंझारपुर के सांसद रामप्रीत मंडल (ईबीसी) और वाल्मीकि नगर के सांसद शामिल हैं। सूत्रों ने कहा कि जेडीयू को दो कैबिनेट और एक राज्य मंत्री पद मिल सकता है।