वजन घटाने में सबसे बड़ी दुश्मन है ये आदत, चेक करें
अधिकतर लोग खाने के शौकीन होते हैं क्योंकि खाना सिर्फ हमारे शरीर को जरूरी ऊर्जा ही उपलब्ध नहीं कराता बल्कि संतुष्टि और खुशी भी देता है। लेकिन जब यह शौक इतना बढ़ जाए कि इसे नियंत्रित करना मुश्किल हो तो उसे ईटिंग डिसऑर्डर कहते हैं। ऐसा ही एक ईटिंग डिसआर्डर है, मिडनाइट फूड क्रेविंग्स। इसके शिकार लोगों का डिनर खाने के बाद भी खाने को लेकर दिल ललचाता रहता है और वो देर रात को स्नैक्स खाते हैं । स्वास्थ्य विशेषज्ञों का मानना है कि यह एक ऐसी आदत है जो हमारे स्वास्थ्य को नुकसान पहुंचाती है और वजन कम करने के लक्ष्य को कभी भी प्राप्त करने नहीं देती। अगर यह आदत लगातार चलती रहे तो यह नाइट ईटिंग सिंड्रोम (एनईएस) में बदल जाती है। कुछ लोगों को एनईएस के कारण सोने में दिक्कत होती है, पर खाने के बाद उन्हें आराम मिलता है और अच्छी नींद आती है। नीचे लिखे एक या कई कारण मिलकर आपको इसका शिकार बना सकते हैं।
गहरी नींद न लेना पर्याप्त और गहरी नींद न लेने से हार्मोन असंतुलित हो जाते हैं और अधिक कार्बोहाइड्रेट और वसा युक्त स्नैक्स खाने का मन करता है। कैसे बचें: 7-8 घंटे की पूरी नींद लें। दोपहर को सोने से बचें।
अत्यधिक तनाव लेना तनाव के कारण शरीर में कार्टिसोल का स्तर बढ़ जाता है। कार्टिसोल का स्तर अधिक होने से रक्त में शुगर का स्तर अस्थिर हो जाता है और रात को क्र्रेंवग्स होती है। कैसे बचें: तनाव को नियंत्रित रखने के लिए व्यायाम व ध्यान करें। दोनों तनाव को कम करने में बहुत प्रभावी हैं।
मन की खुशी के लिए कुछ लोग खुद को खुश करने के लिए बीच रात में खाते हैं। अमेरिका के उटाह स्थिर्त ंब्रघम यंग युनिवर्सिटी में हुए एक अध्ययन के अनुसार देर रात कुछ खाने का मन उन लोगों को ज्यादा होता है, जो दिन में जल्दबाजी में खाते हैं। ऐसे लोग रात को जब सुकून से अपना मनपसंद स्नैक्स खाते हैं तब उन्हें ऐसा लगता है जैसे वो खुद को ट्रीट दे रहे हों।
• कैसे बचें: आप कितनी भी व्यस्त हों, खाना खाने के लिए कम से कम 20-30 मिनिट का समय निकालें। जब आप दिन में अपने शरीर को अच्छा पोषण देंगी तो बीच रात में कुछ स्वादिष्ट खाने के लिए आपका मन नहीं ललचाएगा।
दिन में ठीक तरह से न खाना जब हम दिन में अपनी शरीर की जरूरत को ध्यान में रखते हुए उचित मात्रा में कैलोरी और दूसरे पोषक तत्वों का सेवन नहीं करते, तब रात में हमें स्नैक्स खाने का मन करता है। सुबह नाश्ता न करना या दो खाने के बीच लंबा अंतराल रखने से शरीर में शुगर का स्तर अस्थिर हो जाता है, जिससे रात में क्र्रेंवग्स होती हैं।
• कैसे बचें: साबुत अनाज, कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और फाइबर युक्त सेहतमंद खाना खाएं। हर 2-4 घंटे में कुछ खाते रहें, ताकि शरीर में शुगर और ऊर्जा का स्तर पूरे दिन बना रहे और बीच रात में स्नैक्स खाने के लिए आपका मन न ललचाए।
खानपान की गलत आदतें अपनी जिम्मेदारियों या आलस के कारण बहुत से लोग ऐसा भोजन करना पसंद करते हैं, जिसे वो झटपट खा सकें। फास्ट फूड्स उस समय तो हमारी भूख को शांत कर देते हैं, लेकिन उचित पोषण न मिलने के कारण उन्हें खाकर हमें संतुष्टि नहीं मिलती। • कैसे बचें: दिन की शुरुआत एक गिलास दालचीनी के पानी के साथ करें। अपनी डाइट में प्रोटीन, अच्छी वसा, कार्बोहाइड्रेट को उचित मात्रा में शामिल करें। प्रोबायोटिक फूड्स का सेवन ज्यादा करें।