सोना खरीदने के मामले में पीछे नहीं है ये दोनों देश, भारत का नाम भी हैं शामिल

नई दिल्ली : अक्षय तृतीया को बीते हुए अभी 2 दिन ही हुए है कि सोने को लेकर एक और बड़ी खबर सामने आ गई है। हाल ही में गोल्ड रेट में जबरदस्त उछाल आया है। ऐसा पहली बार हुआ है जब सोने की कीमत ने 1 लाख के आंकड़े को पार किया है। इसके बाद भी लोग सोना खरीदने की होड़ से पीछे नहीं हट रहे हैं। सिर्फ लोग ही नहीं बल्कि कई देशों के सेंट्रल बैंक भी सोने की खरीदारी को काफी अहम मान रहे हैं।
इस रेस में भारत का केंद्रीय बैंक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया भी पीछे नहीं है। आरबीआई ने पिछले कुछ सालों में गोल्ड की खरीदारी बढ़ा दी है। साल 2024-25 में आरबीआई ने 57.7 टन गोल्ड खरीदा और पिछले 5 सालों में आरबीआई के पास का गोल्ड स्टोरेज लगभग 35 प्रतिशत तक बढ़ गया है।
वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल
आपको बता दें कि भारत अब दुनियाभर में गोल्ड स्टोरेज के मामले में 7वें नंबर पर हैं। डब्ल्यूजीसी के अनुसार, साल 2021 में भारत के फॉरेन मॉनिटरी स्टोरेज में गोल्ड की हिस्सेदारी लगभग 6.86 प्रतिशत तक थी और आज के समय में वो बढ़कर 11.35 प्रतिशत तक हो गई है। ऐसे में डॉलर की अस्थिरता को देखते हुए आरबीआई ने गोल्ड को एक सबसे सुरक्षित निवेश विकल्प के तौर पर माना है। भारत में गोल्ड स्टोरेज बढ़ने से ग्लोबल ट्रेड में बढ़ावा देने और यूपीआई जैसे ऑनलाइन पेमेंट प्लेटफॉर्म को इंटरनेशनल लेवल पर उपयोग करने में मदद मिल सकती है। जैसे ही कच्चे तेल की कीमतें घटती है, वैसे ही डॉलर पर डिप्डेंसी भी कम हो जाएगी और भारत को ज्यादा ट्रेड और आरबीआई से ज्यादा प्रॉफिट भी होगा।
गोल्ड रेट मजबूत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आने वाले समय में भी सोने की कीमत मजबूत रह सकती हैं। ये भी एक कारण है कि आरबीआई सहित कई केंद्रीय बैंक गोल्ड इंवेस्टमेंट को सेफ मानकर इसे बढ़ा रहे हैं। इससे लंबे समय में फाइनेंशियल स्टेबिलिटी बनी रहेगी। वर्तमान समय में भारत गोल्ड स्टोरेज में काफी तेजी से तरक्की करके आगे बढ़ रहा है। साल 2015 में भारत 10वें नंबर पर था, लेकिन आज के समय में 7वें पायदान पर आ गया हैं। साथ ही वित्त वर्ष 2019-20 में भारत के पास 653 टन सोना हुआ करता था, जो मार्च के महीने तक बढ़कर 880 टन तक हो गया था, ये बढ़त 35 प्रतिशत तक की हैं।