इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के पेस अटैक में है जमीन-आसमान का अंतर, अकेले कमिंस हैं बुमराह एंड कंपनी पर भारी
नई दिल्ली. इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की टेस्ट सीरीज 22 नवंबर से शुरू हो रही है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 के लिए भारतीय टीम के पेस अटैक उतना अनुभवी नहीं है, जितना कि मेजबान टीम ऑस्ट्रेलिया का है। आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय टीम के सभी पेसर मिलकर अभी तक टेस्ट क्रिकेट में इतनी विकेट नहीं निकाल पाए हैं, जितनी विकेट ऑस्ट्रेलिया की टीम के कप्तान पैट कमिंस के खाते में हैं। जो पेस अटैक पर्थ में ऑस्ट्रेलिया के लिए खेलेगा, उसकी ताकत भारत से तीन गुने से भी ज्यादा होगी।
पर्थ टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया के लिए पैट कमिंस, मिचेल स्टार्क और जोश हेजलवुड खेलने वाले हैं। इन तीनों के टेस्ट विकेटों की संख्या 900 है, जबकि भारतीय टीम के चार पेसर मिलकर भी तक 265 विकेट ही निकाल पाए हैं। इस तरह बुमराह एंड कंपनी के मुकाबले ऑस्ट्रेलियाई टीम की ताकत तीन गुनी होगी। जसप्रीत बुमराह ने 173, मोहम्मद सिराज ने 80, आकाश दीप ने 10 और प्रसिद्ध कृष्णा ने 2 विकेट निकाले हैं। इन चारों के विकेटों की संख्या 265 है, जबकि अकेले ऑस्ट्रेलियाई टीम के कप्तान पैट कमिंस के खाते में 269 विकेट हैं।
ऑस्ट्रेलिया के पास कमिंस, स्टार्क और हेजलवुड को छोड़ दें तो चौथे पेसर स्कॉट बोलैंड हैं। वे सिर्फ 10 मैच खेले हैं और 35 विकेट निकाल चुके हैं। बोलैंड को फर्स्ट क्लास क्रिकेट का अच्छा खासा अनुभव है। वे 35 साल के हैं। हालांकि, ऑस्ट्रेलिया की टीम में वे सिर्फ तभी खेलते हैं, जब इन तीनों गेंदबाजों में से किसी को चोट लगे या फिर किसी को आराम दिया जाए। अगर ये तीनों फिट हैं और प्लेइंग इलेवन में हैं तो फिर स्कॉट बोलैंड दमदार गेंदबाज होने के बावजूद बाहर बैठते हैं। ऐसे में सवाल ये है कि क्या भारतीय पेसर ऑस्ट्रेलिया तेज गेंदबाजों का जवाब इस सीरीज में दे पाएंगे। ये भी नहीं भूलना चाहिए कि पिछली बार इससे भी कमजोर पेस अटैक भारत का था।