एक और युद्ध की आहट? इजरायल पर ईरान के ड्रोन अटैक को लेकर UN ने बुलाई इमरजेंसी बैठक
ईरान और इजरायल के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) ने इमरजेंसी बैठक बुलाई है। रविवार को होने वाली बैठक में ईरान के द्वारा किए गए ड्रोन और मिसाइल हमलों पर चर्चा होगी। इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी मिशन ने कहा कि इजरायल के खिलाफ देश की सैन्य कार्रवाई आत्मरक्षा के वैध अधिकार के संबंध में संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 पर आधारित है और सीरिया में ईरानी वाणिज्य दूतावास के खिलाफ घातक इजरायली हमले के जवाब में थी।
वहीं, ईरान ने इस बात की प्रतिज्ञा ली है कि अगर इजरायल शनिवार रात यहूदी राज्य के खिलाफ शुरू किए गए हमलों का जवाब देता है तो वह दोगुनी ताकत के साथ तत्काल हमला करेगा। तस्नीम समाचार एजेंसी ने यह जानकारी दी।
200 से अधिक ड्रोन और मिसाइल दागीं
ईरान ने एक अप्रत्याशित कदम उठाते हुए रविवार तड़के इजराइल पर हमला कर दिया और उस पर सैंकड़ों ड्रोन, बैलेस्टिक मिसाइल तथा क्रूज मिसाइल दागीं। ईरान के इस हमले ने पश्चिम एशिया को क्षेत्रव्यापी युद्ध के करीब धकेल दिया है। इजराइली सेना के प्रवक्ता रियर एडमिरल डैनियल हैगारी ने कहा कि ईरान ने कई ड्रोन, क्रूज मिसाइल और बैलेस्टिक मिसाइल दागीं, जिनमें से अधिकतर को इजराइल की सीमाओं के बाहर नष्ट कर दिया गया।
उन्होंने कहा कि युद्धक विमानों ने इजराइली हवाई क्षेत्र के बाहर 10 से अधिक क्रूज मिसाइलों को तबाह कर दिया, लेकिन कुछ मिसाइल इजराइल में गिरीं।
एक हमले में दक्षिणी इजराइल के बदूइन अरब शहर में 10 वर्षीय लड़की गंभीर रूप से घायल हो गई। हैगारी ने कहा कि एक अन्य मिसाइल सैन्य अड्डे पर गिरी जिससे वहां मामूली नुकसान हुआ है। हैगारी ने कहा, ‘‘ईरान ने बड़े पैमाने पर हमला किया है और तनाव बढ़ाया है।’’ यह पूछे जाने पर कि क्या इजराइल इस हमले का जवाब देगा, उन्होंने कहा इजराइल की रक्षा के लिए जो भी आवश्यक है, सेना वह करेगी।
सीरिया में एक अप्रैल को हवाई हमले में ईरानी वाणिज्य दूतावास में दो ईरानी जनरल के मारे जाने के बाद ईरान ने बदला लेने का प्रण किया था। ईरान ने इस हमले के पीछे इजराइल का हाथ होने का आरोप लगाया था। हालांकि इजराइल ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
यह पहली बार है जब ईरान ने देश की 1979 की इस्लामी क्रांति के बाद शुरू हुई दशकों की दुश्मनी के बाद इजराइल पर सीधे तौर पर हमला किया है। अमेरिका, संयुक्त राष्ट्र , फ्रांस, ब्रिटेन आदि देशों ने इजराइल पर ईरान के हमले की निंदा की है।
100 से अधिक ईरानी ड्रोन मार गिराए गए
ईरान द्वारा छोड़े गये गए सौ से अधिक ड्रोनों को इजरायल के हवाई क्षेत्र के बाहर पहले ही रोका जा चुका है। इजरायली रेडियो गैलाट्ज़ ने एक सुरक्षा स्रोत का हवाला देते हुय यह जानकारी दी। रिपोर्ट में कहा गया है कि अमेरिका और ब्रिटेन की सेना ने इन ड्रोनों को रोका।