छत्तीसगढ़ में साय मंत्रिमंडल का खाका तय, विस सत्र के बाद कभी भी ऐलान
रायपुर. छत्तीसगढ़ में साय सरकार के मंत्रिमंडल को लेकर लंबी कशमश के बाद अंततः अब उसका एक खाका दिल्ली में तैयार हाे गया है। मंत्रिमंडल में काैन-काैन रहेंगे इसकी पूरी सूची लेकर आज मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रदेश के संगठन महामंत्री पवन साय सुबह काे दिल्ली से लाैट आए हैं।
दिल्ली में एक दिन पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ प्रदेश प्रभारी ओम माथुर, नितिन नवीन, मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव, विजय शर्मा, क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रदेश के संगठन महामंत्री पवन साय के साथ गंभीर मंथन हुआ। इसके बाद मंत्रिमंडल के नामाें पर अंतिम मुहर लगा दी गई है। छत्तीसगढ़ में साय सरकार के कैबिनेट के विस्तार को लेकर कल यहां से मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय, उपमुख्यमंत्री अरुण साव और विजय शर्मा दोपहर को दिल्ली के लिए उड़े थे। दिल्ली पहुंचने के बाद तीनों शाम को करीब पांच बजे प्रदेश प्रभारी ओम माथुर के निवास पर पहुंचे। यहां पर सह प्रभारी नितिन नवीन भी उपस्थित थे। पहले श्री माथुर के निवास पर कैबिनेट के विस्तार को लेकर मंथन किया गया।
श्री माथुर के निवास में मंथन के बाद श्री माथुर और श्री नवीन के साथ मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के निवास पर पहुंचे। श्री नड्डा के निवास पर प्रदेश के नेताओं का श्री नड्डा और अमित शाह के साथ छत्तीसगढ़ के मंत्रिमंडल को लेकर गंभीर मंथन हुआ। इस बैठक में क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल और प्रदेश के संगठन महामंत्री पवन साय भी शामिल हुए। इस बैठक में किनको-किनको मंत्रिमंडल में शामिल किया जाना है, इसको लेकर लंबी चर्चा हुई है। किनको मंत्रिमंडल में शामिल किया जा रहा है यह ताे तय हाे गया है, लेकिन नामाें का खुलासा भाजपा द्वारा अभी नहीं किया जा रहा है। इसी के साथ अभी इस बात की भी जानकारी नहीं दी जा रही है कि मंत्रिमंडल का शपथ ग्रहण कब होगा।
साय और जामवाल भी पहुंचे थे दिल्ली
प्रदेश भाजपा के संगठन महामंत्री पवन साय और क्षेत्रीय संगठन महामंत्री अजय जामवाल भी कल दिल्ली पहुंचे थे। एक दिन पहले ही शनिवार को दोनों नेता तिरुपति में दर्शन करने के लिए गए थे। वहां से ये वापस रायपुर न आकर दिल्ली गए और वहां पर श्री नड्डा के निवास पर हुई बैठक में शामिल हुए।