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ऐसा शख्स यूएन का नेतृत्व करने लायक नहीं, तुरंत दे इस्तीफा…

न्यूयार्क। इजरायल-गाजा संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के बयान पर इजराइल के स्थाई प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने कड़ी आपत्ति जताई. उन्होंने कहा कि यह वास्तव में दुखद है कि यहूदियों के नरसंहार के बाद उभरे एक संगठन का प्रमुख ऐसे भयानक विचार रखता है. यह एक ट्रेजेडी है. उन्होंने कहा कि ऐसा शख्स यूएन का नेतृत्व करने के लिए सही नहीं है. मैं उनके तुरंत इस्तीफे की मांग करता हूं.

वहीं इजरायल-गाजा संघर्ष पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में इजरायली विदेश मंत्री एली कोहेन ने कहा कि 7 अक्टूबर पूरी स्वतंत्र दुनिया के लिए एक चेतावनी है. उन्होंने कहा कि ये उग्रवाद और आतंक के खिलाफ एक चेतावनी है. उन्होंने आगे कहा कि उस दिन हमास और इस्लामिक जिहाद के 1,500 से ज्यादा आतंकवादियों ने दक्षिण से इजरायल में क्रूरतापूर्वक घुसपैठ की. 1400 से ज्यादा नवजातों, बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को मार डाला और 4000 से ज्यादा लोगों को घायल कर दिया.

उन्होंने कहा कि वे घर-घर गए, पूरे परिवारों और व्यक्तियों को बिस्तर पर मार डाला. सड़कों पर, आराधनालय के रास्ते में, महिलाओं के साथ बलात्कार करना, उन्हें जिंदा जलाना, लोगों के शरीर पर नाचना और नारे लगाना. आप वहां नहीं गए हैं. आपने वो नहीं देखा है या उसे महसूस नहीं किया है. यह नरसंहार इतिहास में आईएसआईएस से भी ज्यादा क्रूर हमलों में जोड़ा जाएगा. हमास नए नाजी हैं.

वहीं संयुक्त राष्ट्र में इजरायल के स्थायी प्रतिनिधि गिलाद एर्दान ने एक्स पर कहा कि जब पूरे इजरायल में रॉकेट दागे जा रहे थे, ऐसे में सुरक्षा परिषद में यूएन के महासचिव का भाषण चौंकाने वाला है. उन्होंने कहा कि बिना किसी संदेह के, निर्णायक रूप से उन्होंने (गुटेरेस) साबित कर दिया कि महासचिव हमारे इलाके की वास्तविकता से पूरी तरह से वाकिफ नहीं हैं और वह नाजी हमास की ओर से किए गए नरसंहार को विकृत और अनैतिक तरीके से देखते हैं.
इसके पहले संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा कि गाजा में अंतरराष्ट्रीय कानूनों का साफ तौर पर उल्लंघन हो रहा है. उन्होंने गाजा में तत्काल युद्धविराम का आह्वान किया. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मैं स्पष्ट कर दूं कि सशस्त्र संघर्ष में कोई भी पक्ष अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानून से ऊपर नहीं है. गुटेरेस ने गाजा में और ज्यादा मानवीय राहत पहुंचाने की अनुमति देने पर भी जोर दिया.

उन्होंने कहा कि गाजा में हमारी संयुक्त राष्ट्र के केंद्र की ईंधन आपूर्ति कुछ ही दिनों में खत्म हो जाएगी. वह एक और आपदा होगी. भीषण पीड़ा को कम करने, सहायता वितरण को आसान और सुरक्षित बनाने और बंधकों की रिहाई को सुविधाजनक बनाने के लिए, मैं तत्काल युद्धविराम के लिए अपनी अपील दोहराता हूं. हमास की ओर से संचालित स्वास्थ्य मंत्रालय ने दावा किया है कि गाजा पट्टी में इजरायली सेना की एयरस्ट्राइक में बीते दिन यानी 23 अक्टूबर को 704 फलस्तीनी नागरिकों की मौत हुई. इस आंकड़े के हिसाब से गाजा में मरने वाले लोगों की संख्या में बड़ा उछाल हुआ है. स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता ने कहा कि गाजा में मरने वालों की संख्या 5791 हो गई है, जिनमें 2360 बच्चे शामिल हैं.

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