Stock Market Opening शेयर बाजार में भारी गिरावट,सेंसेक्स 900 अंकों से ज्यादा टूटकर 73,300 तक फिसला
वैश्विक बाजारों से मिल रहे चिंताजनक संकेतों का असर भारतीय बाजार की शुरुआत पर देखने को मिल रहा है। शेयर बाजार की प्री-ओपनिंग में एनएसई निफ्टी में 700 अंकों की गिरावट देखी गई और बीएसई सेंसेक्स 3450 अंकों से ज्यादा की गिरावट के साथ कारोबार कर रहा था. साफ है कि ईरान-इजरायल तनाव का असर वैश्विक बाजारों पर देखने को मिल रहा है और बाजार में एफआईआई का सेंटीमेंट नकारात्मक है। हालांकि बाजार जोरदार गिरावट के साथ खुला, लेकिन निचले स्तरों से खरीदारी आनी शुरू हो गई, जिससे बाजार कुछ हद तक संभलता नजर आ रहा है।
कैसी रही बाजार की शुरुआत?
बीएसई सेंसेक्स 929.74 अंक यानी 1.25 फीसदी की गिरावट के साथ 73,315 के स्तर पर खुला है। एनएसई का निफ्टी 180.35 अंक यानी 0.80 फीसदी की गिरावट के साथ 22,339 पर कारोबार खुला। बैंक निफ्टी में भारी गिरावट के बाद कारोबार शुरू हो गया है, जिसमें इसके सभी 12 बैंक शेयर गिरावट के साथ कारोबार करते नजर आ रहे हैं। पीएनबी का शेयर सबसे ज्यादा गिरावट में है जो 2.48 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है।
सेंसेक्स में लाल गिरावट देखने को मिल रही है
बीएसई सेंसेक्स लाल निशान में है और 30 में से सिर्फ 3 शेयर बढ़त पर हैं और 27 शेयर गिरावट में हैं। टीसीएस, नेस्ले, एचसीएल टेक के शेयरों में बढ़त देखने को मिल रही है। सबसे ज्यादा कमजोरी टाटा मोटर्स, टाटा स्टील, एसबीआई, एनटीपीसी, पावर ग्रिड के शेयरों में देखने को मिल रही है।
निफ्टी के सिर्फ 4 स्टॉक ही बढ़त पर हैं
निफ्टी के 50 में से 46 शेयर गिरावट के साथ कारोबार कर रहे हैं और केवल 4 शेयर मुश्किल से तेजी के दायरे में हैं। हिंडाल्को, ओएनजीसी, टीसीएस और नेस्ले के शेयर ही बढ़त के साथ कारोबार कर रहे हैं और बाकी सभी शेयरों पर कमजोरी का लाल निशान हावी है।
बाजार की प्री-ओपनिंग में भारी गिरावट
घरेलू शेयर बाजार की प्री-ओपनिंग में शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली है। प्री-ओपनिंग के समय सेंसेक्स 2216 अंक यानी 2.99 फीसदी की भारी गिरावट के साथ 72028 के स्तर पर कारोबार करता नजर आया। वहीं एनएसई का निफ्टी 249.20 अंक यानी 1.11 फीसदी फिसलकर 22270 के स्तर पर रहा।
एशियाई बाजारों में जोरदार गिरावट
एशियाई बाजारों में भी चौतरफा गिरावट देखने को मिल रही है. कोस्पी, हैंग सेंग, शंघाई कंपोजिट, निक्केई सभी में कमजोरी का लाल संकेत है। ईरान-इजरायल तनाव और कच्चे तेल में तेजी का एशियाई बाजारों पर नकारात्मक असर पड़ रहा है।