व्यापार जगत

चांदी कीमत में आया उछाल

मुंबई: इन दिनों चांदी की बढ़ती चमक में भारी उछाल देखने को मिल रहा है। कीमतें लगातार नए रिकॉर्ड बना रही हैं और अब नई ऊंचाइयों की ओर बढ़ रही हैं। इसे देखते हुए विशेषज्ञों ने भविष्यवाणी की है कि दिवाली तक चांदी की कीमत 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। यह अनुमान न सिर्फ निवेशकों के लिए, बल्कि आम लोगों के लिए भी एक महत्वपूर्ण संकेत माना जा रहा है।

निवेशकों को चांदी की चमक अपनी तरफ काफी आकर्षित कर रही है। विशेषज्ञों के अनुसार, आने वाले समय में चांदी की कीमत 1.25 लाख से 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती है। इसके पीछे सबसे बड़ा कारण वैश्विक बाजार में आया तकनीकी ब्रेकआउट है। हाल ही में चांदी ने अंतरराष्ट्रीय बाजार में 37 डॉलर प्रति औंस का स्तर छू लिया, जिसे एक अहम उपलब्धि माना जा रहा है।

विशेषज्ञों ने बताया कि अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव में कमी से औद्योगिक मांग को बल मिला है। चांदी का लगभग 53-56% उपयोग औद्योगिक क्षेत्रों में होता है, खासकर स्वच्छ ऊर्जा, 5G तकनीक और इलेक्ट्रिक वाहनों (EV) जैसे क्षेत्रों में, जिससे इसकी मांग लगातार बढ़ती जा रही है। वर्तमान समय में एक किलोग्राम चांदी की कीमत 1,09,100 रुपये है।

वर्तमान में गोल्ड-सिल्वर रेशियो करीब 91 पर है, जो संकेत देता है कि सोने की तुलना में चांदी अभी भी निवेश के लिहाज से अधिक आकर्षक बनी हुई है। ऐतिहासिक रूप से यह रेशियो 90 के ऊपर कम ही रहा है, और जब भी यह नीचे आता है, तो आमतौर पर चांदी की कीमतों में तेज़ी देखने को मिलती है।
सिल्वर इंस्टीट्यूट की हालिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह लगातार पांचवां वर्ष है जब चांदी आपूर्ति घाटे (डेफिसिट) में है। आपूर्ति में कमी और मांग में वृद्धि ने इस डेफिसिट को और गहरा किया है, जिससे चांदी की कीमतों को मजबूत समर्थन मिला है।

विशेषज्ञों के मुताबिक साल के अंत तक, खासकर दिवाली के आसपास, चांदी की कीमतें 1.30 लाख रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच सकती हैं। चांदी ने बीते 60 दिनों में करीब 24% का रिटर्न दिया है, जो सोने या दूसरे निवेश विकल्पों के मुकाबले में काफी अधिक है। इसके अलाव औद्योगिक मांग में बढ़ोतरी, आपूर्ति में कमी और निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी जैसी वजहों से चांदी की यह तेजी आगे भी जारी रहने की पूरी संभावना है।

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