साइलेंट किलर हाइपरटेंशन से शरीर को होते हैं इतने सारे हेल्थ रिस्क
हाइपरटेंशन की समस्या दिन पर दिन बढ़ती जा रही है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गनाइजेशन की साल 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 54 प्रतिशत एडल्ट हाइपरटेंशन की समस्या से जूझ रहे हैं। जिनमे से मात्र 21 प्रतिशत लोग इस पर काबू कर पाए हैं। हर साल 17 मई को वर्ल्ड हाइपरटेंशन डे मनाया जाता है। जिसका एकमात्र उद्देश्य लोगों के बीच हाइपरटेंशन जिसे ज्यादातर लोग हाई बीपी के नाम से जानते हैं। उसके बारे में जागरुकता फैलानी है। क्योंकि जब हाई बीपी या हाइपरटेंशन बिना इलाज के रह जाता है। तो इससे शरीर को काफी सारे खतरे होते हैं और ये हेल्थ रिस्क पैदा होते हैं।
हाइपरटेंशन की वजह से होने वाले हेल्थ रिस्क
अगर आप लगातार बिना कंट्रोल हाइपरटेंशन के हैं तो बॉडी में कई सारी हेल्थ समस्याएं पैदा होने लगती है। हाइपटेंशन की वजह से होते हैं ये हेल्थ रिस्क
ब्रेन में ब्लॉकेज या धमनियों की क्षति की वजह से स्ट्रोक
किडनी डिसीज या किडनी फेलियर
एन्यूरिजम, जिसमे ब्लड वेसल्स की दीवारें कमजोर हो जाती है और फट जाती हैं।
या फिर रोजमर्रा के काम को करने वाले दिमाग के फंक्शन का खो जाना
एथेरोस्क्लेरोसिस, जिसमे धमनियों में प्लाक जमना शुरू हो जाते हैं। हाई ब्लड प्रेशर धमनियों को डैमेज करते हैं और प्लाक जमने लगते हैं।
कैसे पहचानें हाइपरटेंशन
सामान्य ब्लड प्रेशनर हमेशा 120/80 होता है। लेकिन जब ये रीडिंग बढ़कर
पहुंच जाती है तो ये हाई बीपी के लक्षण होते हैं और हाइपरटेंशन का खतरा तब बढ़ जाता है जब ये रीडिंग 180/120 पर पहुंच जाती है।
हाइपरटेंशन के लक्षण
हाइपरटेंशन को साइलेंट किलर कहते हैं क्योंकि इसके कोई खास लक्षण शरीर में नहीं दिखते। लेकिन इन लक्षणों को भूलकर भी अनदेखा ना करें
शरीर में सुन्न महसूस होना