PM मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के साक्षी बनेंगे शेख हसीना और रानिल विक्रमसिंघे, इन देशों को भी न्योता
नई दिल्ली. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लगातार तीसरी बार भारत की कमान संभालने जा रहे हैं। उनके शपथ ग्रहण समारोह में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रमसिंघे शिरकत करेंगे। सूत्रों ने बताया कि नरेंद्र मोदी 8 जून को रात 8 बजे शपथ ले सकते हैं। इस कार्यक्रम के लिए पड़ोसी देशों को न्योता भेजा गया है। शपथ ग्रहण समारोह में भूटान, नेपाल और मॉरीशस के नेताओं को भी आमंत्रित किए जाने की संभावना है।
2019 के लोकसभा चुनावों के बाद भारत ने मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए बिम्सटेक देशों के नेताओं को आमंत्रित किया था। बिम्सटेक एक क्षेत्रीय समूह है जिसमें बांग्लादेश, भूटान, भारत, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं। 2014 में जब नरेंद्र मोदी ने अपने पहले कार्यकाल के लिए शपथ ली थी तो तत्कालीन पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ समेत सभी सार्क नेता समारोह में शामिल हुए थे।
प्रधानमंत्री मोदी ने रानिल विक्रमसिंघे को फोन किया और उन्हें शपथ ग्रहण समारोह में आमंत्रित किया है। श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने इसे स्वीकार कर लिया है। उनके कार्यालय ने इसकी पुष्टि की है।
पीएम मोदी ने बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भी फोन पर बात की और दोनों नेताओं ने ‘विकसित भारत 2047’ और ‘स्मार्ट बांग्लादेश 2041’ के विजन को आगे बढ़ाने के संकप्ल को दोहराया है। एनडीए की जीत पर पीएम मोदी को बधाई देने वाले पहले विदेशी नेताओं में शेख हसीना भी शामिल हैं। उन्होंने शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार कर लिया है।
नेपाल के प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’, भूटानी प्रधानमंत्री शेरिंग तोबगे और मॉरीशस के प्रधानमंत्री प्रविंद जगन्नाथ को भी आमंत्रित किए जाने की संभावना है। विदेशी नेताओं को औपचारिक निमंत्रण आज भेजे जाएंगे।
2019 में नरेंद्र मोदी के साथ 24 केंद्रीय मंत्रियों ने भी शपथ ली थी। राष्ट्रपति भवन में राष्ट्रपति द्वारा 24 राज्य मंत्रियों (एमओएस) और 9 एमओएस (स्वतंत्र प्रभार) को भी शपथ दिलाई गई थी। इस बार मोदी 3.0 कैबिनेट में एनडीए के सहयोगियों के अधिक प्रतिनिधित्व देखने की संभावना है। ऐसा इसलिए क्योंकि भाजपा अपने दम पर बहुमत हासिल करने से चूक गई है।
इस चुनाव में बीजेपी को 240 सीटें मिली हैं। एनडीए में शामिल टीडीपी तको 16 और नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू को 12 सीटें मिली हैं। वहीं,चिराग पासवान की पार्टी को भी पांच सीटें मिली हैं।