करोड़ों साल पहले के विशालकाय और रोयेंदार विलुत्त जीव को जिंदा करने में जुटे वैज्ञानिक
वॉशिंगटन । वैज्ञानिक चाहें तो क्या कुछ नहीं कर सकते हैं, और तो और मृतप्राय: प्राणी को जीवित भी कर सकते हैं। यकीन नहीं है तो इस विशालकाय प्राणी के बारे में जान लीजिए। जो चीज़ें लोगों को असंभव सी लगती थी वो साइंस के ज़रिये काफी आम बात बन गई है। अब वैज्ञानिकों की एक टीम कुछ ऐसा करने जा रही है, जो एक विलुत्त प्राणी को नई ज़िंदगी दे देगा। एक रिपोर्ट के मुताबिक वैज्ञानिकों का टार्गेट एक ऐसे विशालकाय और रोयेंदार जीव को ज़िंदा करने का है, जो करोड़ों साल पहले हुआ करता था।
मौसम में बदलाव या अनुकूल परिस्थितियां नहीं रहने की वजह से ये जीव धरती से पूरी तरह गायब हो गए। हमने कभी इन जीवों को देखा तक नहीं है, सिर्फ उनके जीवाश्मों के आधार पर वैज्ञानिकों ने उनकी तस्वीर बनाई है और उन्हें ज़िंदा करने के मिशन में लगे हैं। जाहिर है कि हमने डायनासोर से लेकर ऐसे कई विशालकाय जीवों के बारे में सिर्फ सुना है, जो कभी धरती पर राज किया करते थे। अब वैज्ञानिकों ने वूली मैमथ नाम के विशाल रोयेंदार जीव को ज़िंदा करने पर काम शुरू किया है। बर्फीले इलाके में मिले इनके फ्रोज़ेन डीएनए के ज़रिये वो इस काम में लगे हैं। अगर उनका ये प्रयोग सफल रहा, तो इंसान फिर से ऐसे मैमथ को देख पाएंगे।
साइंटिस्ट्स इनके डीएनए को एशियन एलिफेंट के साथ कंबाइन करके इसके बच्चे पैदा करने में जुटे हैं। बायोटेक कंपनी कोलोसल बायोसाइंस के वैज्ञानिकों का दावा है कि साल 2028 तक इनके बच्चे अस्तित्व में भी आ जाएंगे। मिली जानकारी के मुताबिक मैमथ के भ्रूण को सबसे पहले सरोगेट हथिनी के पेट में प्लांट किया जाएगा, जिसके ज़रिये ये बच्चे इस दुनिया में आ जाएंगे। हालांकि इस एक्सपेरिमेंट को लेकर कुछ लोग विरोध भी कर रहे हैं। उनका कहना है कि क्लोनिंग के ज़रिये ऐसे जानवरों को ज़िंदा करना लोगों के लिए खतरनाक भी साबित हो सकता है। जानकारों का मानना है कि ऐसे भयानक जीव अस्तित्व में आकर धरती पर भयंकर तबाही मचा सकते हैं।