सचिन पायलट का आरोप, कांग्रेस पर प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई
रायपुर। केंद्र सरकार पर प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई करने का प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट ने आरोप लगाए हैं। उन्हाेंने कहा कि कांग्रेस के खातों को केंद्र सरकार सील कर रही है। यह कांग्रेस को लोकसभा चुनाव में रोकने का प्रयास है। आयकर का नोटिस देना प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई है। लोकतंत्र को कमजोर किया जा रहा है। निर्वाचन आयोग को इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। प्रदेश प्रभारी सचिन पायलट गुरुवार को एयारपोर्ट पर मीडिया से चर्चा कर रहे थे। प्रदेश प्रभारी दो दिवसीय प्रवास पर हैं। प्रदेश प्रभारी का कार्यकर्ताओं ने एयरपोर्ट पर स्वागत किया।
सचिन पायलट ने कहा कि प्रदेश की शेष सीटों पर जल्द प्रत्याशी घोषित किए जाएंगे। जहां प्रत्याशी तय हो चुके हैं, उनका प्रचार-प्रसार चल रहा है। प्रदेश में इस बार पहले से कहीं ज्यादा बेहतर परिणाम आएगा। उन्होंने कहा कि इलेक्टोरल बांड को सुप्रीम कोर्ट ने अवैध घोषित किया है।
राहुल गांधी का कहना है कि यह वसूली का तंत्र बन गया है। दुनिया ने पहला प्रकरण देखा, जब सरकार के तंत्र के तहत ऐसा व्यापक घोटाला हुआ है। भाजपा के खातों को सीज किया जाना चाहिए लेकिन केंद्र सरकार कांग्रेस के खाते सीज कर रही है। देश में स्वतंत्र पारदर्शी चुनाव कराने की जिम्मेदारी चुनाव आयोग की है।
निर्वाचन आयोग को इस पर संज्ञान लेकर कार्रवाई करनी चाहिए। इलेक्टोरल बांड्स की नीति और नियत में फर्क आया है। मीडिया से चर्चा के बाद सचिन पायलट जांजगीर में प्रस्तावित कार्यकर्ता सम्मेलन में शामिल होने के लिए निकल गए। वे शुक्रवार को रायपुर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों की बैठक लेंगे।
आचार संहिता और नैतिकता का उल्लंघन
सचिन पायलट ने कहा कि लोकसभा चुनाव की तिथि घोषित हो चुकी है। 32 वर्ष पुराने आयकर प्रकरण का कोई केस थमा देना, बहानेबाजी कर आर्थिक रूप से कांग्रेस को एक प्लेयिंग फील्ड न देना, यह आचार संहिता और नैतिकता का उल्लंघन है।
उन्होंने निर्वाचन आयोग से इस प्रकार की कार्रवाई पर रोक लगाए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रतिशोध की भावना से काम करना लोकतंत्र को कमजोर करने के बराबर है। दस वर्षों से कांग्रेस विपक्ष की जिम्मेदारी निभा रही है। चुनाव नजदीक है, तब भाजपा जानबूझकर बदले की भावना से कमजोर करने का काम कर रही है।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा और केंद्र सरकार पर लोकतंत्र विरोधी षड्यंत्र रचने का आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने पहले कांग्रेस की चुनी हुई सरकारों को गिराया। डर और लालच से नेताओं की खरीद-फरोख्त की। जो नहीं झुके, उनके ऊपर ईडी, आइटी और सीबीआइ जैसी जांच एजेंसियों से अंकुश लगाया। अब आचार संहिता लगने के बाद कांग्रेस को आर्थिक रूप से चोट पहुंचाने आयकर विभाग का दुरुपयोग किया जा रहा है।
पुराने आधारहीन मामले का बहाना करके ठीक चुनाव से पहले कांग्रेस के बैंक खातों को सील करना अलोकतांत्रिक है। केंद्र सरकार धनबल और केंद्रीय एजेंसी के दुरुपयोग से विपक्ष को डराने और लोकतंत्र को खत्म करने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा ने विपक्षी दलों से साधन, संसाधन छीनकर एकाधिकार स्थापित करने का षड्यंत्र रचा है। सुप्रीम कोर्ट ने जिस चुनावी बांड स्कैम को गैर कानूनी और असंवैधानिक करार दिया, उसमें केंद्र सरकार और भाजपा की बदनीयती उजागर हुई है।