डगआउट में बैठे-बैठे रोहित शर्मा ने यूं लिख दी दिल्ली की हार की इबारत, खेल दिया मास्टरस्ट्रोक

नई दिल्ली. आईपीएल में रोहित शर्मा का बल्ला खामोश है। मुंबई इंडियंस को 5 बार चैंपियन बनाने वाले हिटमैन अब प्लेइंग इलेवन में नियमित खिलाड़ी के तौर पर भी जगह नहीं बना पा रहे और इम्पैक्ट प्लेयर के तौर पर खेलना पड़ रहा है। इसके बाद भी उन्होंने रविवार को दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में दिखाया कि चैंपियन खिलाड़ी चैंपियन ही होता है। उन्होंने साबित किया कि क्यों मुंबई इंडियंस को उनके तजुर्बे की जरूरत है। डगआउट में बैठे-बैठे उन्होंने सटीक समय पर ऐसा सटीक निर्देश भिजवाया कि टीम ने अबतक टूर्नामेंट में अजेय रही दिल्ली कैपिटल्स के विजय रथ को रोक दिया। रोहित ने कर्ण शर्मा को गेंद बदलने का निर्देश दिया और इस मास्टरस्ट्रोक ने पूरा गेम ही पलट दिया।
मुंबई ने पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवर में 5 विकेट के नुकसान पर 205 रन का स्कोर खड़ा किया। तिलक वर्मा (59), रियान रिकेल्टन (41), सूर्यकुमार यादव (40) और नमन धीर (38) की बल्लेबाजी ने टीम को 200 पार जाने में मदद की। रोहित शर्मा 18 रन ही बना पाए।
दिल्ली के अरुण जेटली स्टेडियम में दिल्ली कैपिटल्स की टीम 206 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी। तीन साल बाद आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे करुण नायर विध्वंसक मूड में थे। उन्होंने 22 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा किया जो आईपीएल में 7 साल बाद उनके बल्ले से आया था। एक समय 12 ओवर में दिल्ली का स्कोर 2 विकेट के नुकसान पर 135 रन था। मैच पूरी तरह उसकी मुट्ठी में दिख रहा था।
दिल्ली की पारी के 14वें ओवर की शुरुआत से पहले रोहित शर्मा ने डगआउट में बैठे-बैठे गेंदबाज कर्ण शर्मा को गेंद बदलवाने का निर्देश दिया। आईपीएल के नए नियमों के तहत नाइट गेम में बोलिंग टीम 10 ओवर के बाद गेंद बदल सकती है ताकि ड्यू फैक्टर संतुलित रहे।
रोहित शर्मा के संदेश के बाद मुंबई ने दूसरी गेंद ली। ओवर की तीसरी ही गेंद पर कर्ण शर्मा ने खतरनाक दिख रहे केएल राहुल को पवैलियन का रास्ता दिखा दिया। दिल्ली की टीम जो 11 रन प्रति ओवर से ज्यादा के रन से बना रही थी, उसने अगली 24 गेंदों में सिर्फ 22 रन ही बनाए। विपराज निगम थोड़े खतरनाक दिखे लेकिन सैंटनर ने उनकी पारी पर विराम लगाया। उसके बाद तो 19वें ओवर में लगातार 3 गेंदों पर दिल्ली के 3 बल्लेबाज रनआउट हुए और इस तरह मुंबई ने 12 रन से यह मैच अपने नाम कर लिया। इस सीजन में मुंबई की यह सिर्फ दूसरी जीत थी और दिल्ली कैपिटल्स की पहली हार।