प्रदेश के आर्थिक विकास में मील का पत्थर साबित होंगे ‘रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव’ : यादव
भोपाल, नयी दिल्ली, मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने कहा कि सरकार गठन के बाद प्रदेश में औद्योगिक निवेश की रफ्तार को बढ़ाने के लिए संभाग स्तर पर रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव आयोजित करने का वृहद अभियान चालू किया गया है और ये कॉन्क्लेव राज्य के विकास में मील का पत्थर साबित होंगे।
मुख्यमंत्री डॉ यादव कल नयी दिल्ली में संवाददाताओं से चर्चा कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि गत दिवस ग्वालियर में आयोजित रीजनल कॉन्क्लेव में आठ हजार 500 करोड़ रुपए से अधिक के प्रस्ताव प्राप्त हुए हैं। उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में अब तक आयोजित किए गए विभिन्न रीजनल कॉन्क्लेव के साथ मुम्बई, बेंगलुरू और कोयम्बटूर में किये रोड शो के माध्यम से कुल एक लाख 80 हजार करोड रुपए के प्रस्ताव मिले हैं, जिससे लगभग डेढ़ लाख व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने बताया कि आगामी समय में सागर, रीवा और भोपाल में रीजनल कॉन्क्लेव और इसके बाद ग्लोबल समिट आयोजित किए जाएंगे। उन्होंने आशा व्यक्त की कि रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव प्रदेश के आर्थिक विकास में मील के पत्थर सिद्ध होंगे।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य शासन द्वारा उपलब्ध कराई गई सुविधाओं के फलस्वरुप सभी प्रकार के उद्योग–भारी, मध्यम, लघु और सूक्ष्म उद्योग प्रदेश में आकर्षित हो रहे हैं। प्रदेश सरकार रोजगारपरक उद्योगों जैसे ग्रामीण, लघु और कुटीर उद्योग तथा पर्यटन उद्योग पर विशेष ध्यान दे रही है। अर्थव्यवस्था के सभी क्षेत्रों का समान रूप से विकास कर, निवेश आकर्षित कर और रोजगार के नए अवसर सृजित कर प्रदेश में अगले पांच साल में चरणबद्ध तरीके से साढ़े तीन लाख करोड रुपए के वार्षिक बजट को 7 लाख करोड रुपए तक ले जाने की योजना है।
उन्होंने कहा कि इस कार्य में भारत सरकार भी कदम से कदम मिलाकर उद्योगों के लिए अनुकूलता उपलब्ध करा रही है और इसके लिए वे केंद्र सरकार के आभारी हैं। उन्होंने उद्योगपतियों और व्यवसायियों को प्रदेश में निवेश करने के लिए आमंत्रित किया।