हमर छत्तीसगढ़

2016 से आज तक लगातार ऑल मुस्लिम वेलफेयर फाउंडेशन का छत्तीसगढ़ प्रदेश में ख़िदमत ए ख़ल्क़ ही मकसद

लोग बाटे फिरको में, ढूंढे भेद खूब”
“हमको तो बस दिखता है दर्स ए मुस्तफा और अल्लाह की मखलूक”

सीरत ए मुस्तफा है खिदमत ए ख़ल्क करना
और फाउंडेशन रसूलअल्लाह की गुलाम हैं।
ना किसी मखलूक में फर्क होगा ना छोटे-बड़े में भेद
होगा बस,खिदमत ए ख़ल्क

हमें खुशी हैं की आज छत्तीसगढ़ की कई तंज़ीम (संस्था, फाउंडेशन) हमारे इन कार्यक्रमों को अपना कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही हैं। यही हमारे फाउंडेशन के कामयाबी की दलील है,उन तंज़ीमो को भी इंशाल्लाह हमारी मदद पहुंचाने की कोशिश होगी।

2016 से आज तक लगातार
काम और  मकसद

फाउंडेशन से जुड़े

रायपुर,सियासत दर्पण न्यूज़,ज़रिया-ए-रिश्ता –
निकाह को आसान बनाना फाउंडेशन ने पूरे छत्तीसगढ़ स्तर पर 7 सालों में जरिया ए रिश्ते की कोशिशों से अब तक 750 से अधिक रिश्ते जोड़ चुका हैं ।
वेबसाइट
परिचय सम्मेलन
पहली मुलाक़ात
सामाजिक बैठक( बहुत जल्द शुरू होने वाली योजना)
प्री मैरिज कॉन्सलिंग( बहुत जल्द शुरू होने वाली योजना)

खि़दमत-ए-ख़ल्क़-
( इंसानियत की खिदमत)
मेडिकल कैम्प- छत्तीसगढ़ के अलग-अलग जिलों में मेडिकल कैंप आयोजित किया गया ,जिसमें 5500 से अधिक लोगों को मदद पहुंची।
खि़दमत-ए-ख़ल्क सम्मान समारोह – पूरे छत्तीसगढ़ में इंसानियत की खिदमत कर रहे 850 लोगों को चिन्हांकित कर आयोजनों के माध्यम से सम्मानित किया उनका हौसला बढ़ाया
ब्लड कैम्प 2017 से 2022 तक पूरे छत्तीसगढ़ में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के लिए4000 यूनिट ब्लड डोनेट कराया।
राशन बाटना पूरे छत्तीसगढ़ में 5000 से अधिक जरूरतमंद परिवारों तक राशन के पैकेट पहुंचाने का कार्य किया
तोहफा कपड़ों का – पूरे छत्तीसगढ़ में 15000 जरूरतमंद लोगों तक नए कपड़े और गर्म कपड़े पहुंचाने का कार्य किया यह कार्यक्रम रमजान में ज्यादा किया ।
वक़्फ़ की खिदमत – छत्तीसगढ़ के कई जिलों में कब्रिस्तान सफाई का कार्यक्रम चलाकर लोगों को प्रेरित किया फाउंडेशन कि इस सोच को कई तंज़ीम अपनाकर कब्रिस्तान में अपनी खिदमत दे रही है

हमदर्द दवाखाना – कुपोषित बच्चों महिला एवं बुजुर्गों के लिए निशुल्क जांच एवं दवाइयों निशुल्क वितरण कर सैकड़ों परिवारों की मदद का कार्य किया
फख्र ए मिल्लत (सम्मान समारोह) मुस्लिम समाज के सामाजिक प्रतिष्ठान ख्याति प्राप्त लोगों (महिला व पुरुष दोनों)को सम्मानित कर उनका हौसला बढ़ाया
शान ए मिल्लत(सम्मान समारोह) मुस्लिम समाज के होनहार और समाज की शान बढ़ाने वाले लोगों का सम्मान कर उनका हौसला बताएं
नेत्र जाँच शिविर – कई बड़े शिविर व प्रदेश कार्यालय में माह के आखरी रविवार को शिविर लगाकर आंखों से संबंधित बीमारियों की जांच कराई एवं अब तक 450 से अधिक जरूरतमंद लोगों का मोतियाबिंद ऑपरेशन निशुल्क करवाया।
नशा छोड़ें खेल चुने – छत्तीसगढ़ स्तर पर नौजवानों को नशे से दूर करने के लिए खेलों का आयोजन किया खेल आयोजनों में हजारों बच्चों ने हिस्सा लिया
वृक्षारोपण पर्यावरण दिवस में कब्रिस्तान दरगाह आदि के खाली स्थानों पर 2000 से अधिक फलदार पेड़ लगाने का कार्य किया
रौनक-ए-जहां के आमद की खुशी में (ईद-ए- मिलादुन्नबी) – चौक सजते है गलियां सजती है बेहतर!!
साथ सजाएंगे हम इसबार किसी गरीब का घर!
ऐसे मोमिन का घर जो पिछले कई सालों से पेंट नहीं हुआ। फाउंडेशन ऐसे घरों को अपनी ओर से पेंट कराएगी।
हमारे आक़ा के नाम से किसी का घर सजेगा तो सालों तक सजता रहेगा ।
ज़न्नत की सवारी ,मय्यत गाड़ी( जगदलपुर ज़िल्ले में चल रही हैं )
बैतूलमाल ( बहुत जल्द शुरू होने वाली योजना
राहेदीन- (बच्चों को दिन के करीब लाना )
राहेदीन चैप्टर के अंतर्गत बच्चों को दीन के करीब लाने के लिए कई अलग-अलग कार्यक्रमों का आयोजन किया, जिसमें हमने अबतक 20,000 से अधिक बच्चों को रहेदिन से जोड़ा और तोहफे देकर उनका हौसला अफजाई किया।
नन्हें रोज़ेदार
आज़ान कॉम्पिटिशन
कुरान मुकम्मल
क्विज कॉम्पिटिशन
नन्हें होनहार( बहुत जल्द शुरू होने वाली योजना)
ज़रिया-ए-रोज़गार – (नवजवानों को रोजगार से जोड़ना)
कौम के बेरोजगार नौजवानों को उनकी योग्यतानुसार नौकरी दिलवाने की हर मुमकिन कोशिश करते हुए 200 से अधिक लोगों के नौकरी लगाई।
जॉब प्लेसमेंट
रोजगार पंजीयन एण्ड शासकिया योजना पर मदद
पर्सनालिटी डेवलपमेन्ट
स्वारोजगार (ट्रेनिंग एण्ड हैल्प)
ज़रिया-ए-तालीम -हमारा नारा
“एक रोटी कम खाओ”
“लेकिन अपने बच्चों को ज़रूर पढ़ाओ”
इल्म में आसानी पैदा करना (इसमें कई प्रकार के कार्यक्रम समय-समय पर अलग-अलग जिलों में चलाए जा रहे हैं)
कलम का लंगर- छत्तीसगढ़ के सभी मस्जिद के सामने पेन कॉपी का वितरण
द सीड्स होलीस्टिक पब्लिक स्कूल
तोहफ़ा स्कूल जूतों का
स्पोकन इंग्लिश क्लास
कंप्यूटर क्लास कोचिंग क्लास (पांचवी से बारहवीं क्लास तक
पर्सनालिटी डेवलपमेन्ट (कौशल प्रस्तुति)
मुस्लिम बच्चों को शिक्षा की ओर
ईदी कलम की
कनिज़ ए फातिमा मदरसा, ( रायगढ़ से शुरुआत की गई है)
मकतब – बच्चों का मदरसा (जगदलपुर जिले में चलाया जा रहा हैं )
शान ए मुस्तकबिल – 80% माक्स पाए बच्चें और उनके माँ बाप का सम्मान

हुनर को सलाम (हमारी बहनो को एक अच्छा प्लेटफार्म देने हौसला बढ़ाने आदि के लिए अलग अलग प्रोग्राम का आयोजन )
मेहंदी कॉम्पिटिशन
नात कॉम्पिटिशन
कुकिंग कॉम्पिटिशन
वेस्ट से बेस्ट
नन्हें चैंपियन ,इंडोर खेल प्रतियोगिता( बहुत जल्द शुरू होने वाली योजना)
खेलों का आयोजन
जनाब हाज़िर जवाब, मासूम बच्चों में बेहतरी वक़्ता की तलाश( बहुत जल्द शुरू होने वाली
हमें खुशी हैं की आज छत्तीसगढ़ की कई तंज़ीम (संस्था, फाउंडेशन )हमारे इन कार्यक्रमों को अपना कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रही हैं। यही हमारे फाउंडेशन के कामयाबी की दलील है, उन तंज़ीमो को भी इंशाल्लाह हमारी मदद पहुंचाने की कोशिश होगी।

फाउंडेशन से जुड़े

अर्ज़गुज़ार
मोहम्मद सिराज
प्रदेश अध्यक्ष
ऑल मुस्लिम वेलफेयर फाउंडेशन
9200202020

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