राहुल गांधी एमपी में आज करेंगे ‘संगठन सृजन’ की शुरुआत

नई दिल्लीः कांग्रेस नेता व लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी मंगलवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में रहेंगे। यहां कांग्रेस के संगठन सृजन अभियान की औपचारिक शुरूआत करेंगे। गौरतलब है कि यह साल कांग्रेस पार्टी संगठन निर्माण को देने वाली है। इसकी शुरूआत गुजरात से की गई है। गुजरात के बाद मध्य प्रदेश और हरियाणा में संगठन सृजन का काम शुरु किया जाएगा।
इसके अलावा जातिगत जनगणना की पुरजोर तरीके से उठाई गई मांग के बाद केंद्र सरकार द्वारा कास्ट सेंसस कराने की घोषणा पर मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से राहुल गांधी का आभार व्यक्त किया जाएगा।
पहले बदला कांग्रेस का संविधान अब संगठन की बारी
लोकसभा चुनाव से पहले और उसके बाद एक बाद एक कई राज्यों में चुनावी हार के बाद कांग्रेस ने देशभर में संगठन सृजन अभियान शुरू करने का फैसला लिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के नेतृत्व में पिछले दिनों AICC मुख्यालय में एक बैठक हुई थी, जिसमें पार्टी के पुछल्ले कार्यकर्ताओं को मजबूत बनाने को लेकर चर्चा हुई थी। इसके बाद पार्टी के संविधान में संशोधन करके शीर्ष नेतृत्व से जिला स्तर के नेताओं को सीधे जोड़ने की रणनीति पर सहमति बनी है। इस नए संशोधन के बाद कांग्रेस नेता सीधे राज्य की जमीनी हकीकत राहुल गांधी, मल्लिकार्जुन खड़गे और संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल तक पहुंचा सकते हैं।
मध्य प्रदेश में 61 ऑब्जर्वर नियुक्त
मध्य प्रदेश में संगठन सृजन अभियान के लिए कांग्रेस पार्टी ने व्यापक तैयारी की है। इसके लिए 61 ऑब्जर्वर नुयुक्त किए गए हैं। संगठन के निर्माण में इनकी अहम भूमिका रहेगी। मध्यप्रदेश के अलावा यूपी, राजस्थान, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र्र, झारखंड, असम, आंध्र प्रदेश सहित देश के अलग-अलग राज्यों के विधायक, सांसद, पूर्व मंत्री और बडे़ पदाधिकारियों को ऑब्जर्वर बनाया गया है। इन ऑब्जर्वर्स को एक-एक जिले में भेजा जाएगा। इनके साथ मप्र कांग्रेस की ओर से हर ऑब्जर्वर के साथ 4-4 सहयोगी पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे।
अब जानिए क्या है संगठन सृजन अभियान
कांग्रेस पार्टी ने संगठन सृजन की शुरुआत सबसे खराब चुनावी परफॉर्मेंस वाले राज्य गुजरात से की है। इसके बाद मध्य प्रदेश का नंबर आया है। इस अभियान के तहत दिल्ली से हर जिले के लिए दूसरे राज्य के किसी सीनियर लीडर को एमपी में ऑब्जर्वर नियुक्त किया गया है। दिल्ली से 61 ऑब्जर्वर के साथ एमपी कांग्रेस भी हर जिले के लिए 4-4 सहयोगी पर्यवेक्षक नियुक्त करेगी। 5 लोगों की टीम एक जिले में जाकर कांग्रेस के पूरे संगठन का एक्सरे करेगी।