भारत के कंधमाल में ईसाई विरोधी हिंसा की संभावना बढ़ी, अशांति और दंगे भड़काने…
कंधमाल में मसीहीयों पर हिंसा की संभावना बढ गई है। जलेस्काटा गांव से खबरें मिली हैं की अशांति और दंगे भड़काने की कुछ दक्षिण पंथी समूहों ने योजनाबद्ध काम शुरू कर दिया है। विशेष कर 25 और 26 अगस्त 2024 को हिंसा भडक सकती हैं। जन्माष्टमी का त्योहार मनाने 5 से 6 लाख हिंदू धर्मावलंबीयों के एकत्र होने की जानकारी मिली हैं।
दक्षिण पंथी समूहों द्वारा लक्षित हिंसा में कंधमाल ओडिशा के ईसाईयों को निशाना बनाया जा सकता है। लोक-शांति को बाधित करना और ईसाई समुदायों में असुरक्षा और भय पैदा करना इनके लक्ष्य और योजनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। यह मात्र अफवाहें नहीं हैं।
वर्तमान राजनीतिक स्थिति बहुत चिंताजनक है। राज्य और केंद्र की सत्ता दक्षिणपंथीयो के पास है। ईसाई समुदाय को सरकारी सहायता या सुरक्षा मिलना धूमिल होती दिख रही है।ऐसी परिस्थिति का सामना ईसाई समाज पहले भी झेल चुका है।
छत्तीसगढ़ क्रीश्च्यन फोरम को सद्भावनापूर्वक यह जानकारी भेजी गई है। जानकारी का शरारत पूर्ण या सत्य से परे होने का कोई कारण नहीं दिखाई देता है। इसाई समाज केवल लोक-शांति एवं कानून व्यवस्था बनाए रखने की गुहार लगा रहा है। इसाई समाज पहले भी नरसंहार, कंधमाल उडिशा में झेल चुका है।
छत्तीसगढ़ क्रीश्च्यन फोरम