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पेट्रोल और डीजल हो जाएगा सस्ता, इक्रा के द्वारा जारी की गई रिपोर्ट में हुआ खुलासा

नई दिल्ली : पेट्रोल और डीजल के दाम जल्द ही सस्ते हो सकते हैं। ऐसा हम नहीं कह रहे हैं बल्कि इस बात का खुलासा एक रिपोर्ट में हुआ है। गौरतलब है कि इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी आयी है। रेटिंग एजेंसी इक्रा की रिपोर्ट में ये कहा गया था कि आने वाले दिनों में पेट्रोल और डीजल की कीमतें घट सकती है। अगर ऐसा होता है कि तो देश की जनता को इससे काफी लाभ हो सकता है। आइए हम जानते हैं क्या हैं पूरा सच।

करोड़ों का होगा फायदा

भारत को इंटरनेशनल एनर्जी रेट्स में नरमी का रुख जारी रहने पर कच्चे तेल और एलएनजी के इंपोर्ट पर 1.8 लाख करोड़ रुपये की बचत हो सकती है। रेटिंग एजेंसी इक्रा ने बुधवार को इस बात का अनुमान जताया है। भारत दुनिया का सबसे बड़ा क्रूड ऑयल इंपोर्टर और कंज्यूमर है। ये अपनी 86 प्रतिशत से ज्यादा की कच्चे तेल की जरूरत को पूरा करने के लिए बाहरी देशों से तेल इंपोर्ट करता है। भारत ने वित्त वर्ष 2024-25 में विदेशों में कच्चा तेल खरीदने पर 242.4 अरब अमेरिकी डॉलर खर्च कर दिए थे।

एलपीजी प्राइम में हो सकती है कटौती

भारत में लिक्विफाइड नेचुरल गैस यानी एलएनजी की डिमांड का लगभग आधा हिस्सा डोमेस्टिक प्रोडक्शन से पूरा होता है। इस आइटम के इंपोर्ट पर 15.2 अरब डॉलर खर्च किए गए थे। डिमांड के इस मोर्च पर अनिश्चितता के कारण ग्लोबल सप्लाई बढ़ने के अनुमान के कारण इस हफ्ते की शुरूआत में इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल का प्राइस 4 साल के सबसे निचले स्तर पर यानी 60.23 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया हैं।

रेटिंग एजेंसी इक्रा ने एक टिप्पणी में कहा था कि उसे उम्मीद है कि वित्त वर्ष 2025-26 में क्रूड ऑयल के एवरेज प्राइस 60-70 डॉलर प्रति बैरल के दायरे में रह सकती है। इक्रा ने आगे कहा है कि इस लेवल पर कच्चे तेल का प्रोडक्शन करने वाली कंपनियों की इनकम वित्त वर्ष 2025-26 में 25,000 करोड़ रुपये तक रह सकती है। ये अनुमान भी जताया गया था कि चालू वित्त वर्ष में क्रूड ऑयल पर 1.8 लाख करोड़ रुपये और एलएनजी के इंपोर्ट पर 6,000 करोड़ रुपये की सेविंग की जा सकती है।

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