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MP के नीमच में गूंजा देशभक्ति का स्वर, CRPF के 86वें स्थापना दिवस पर अमित शाह बोले – अब नक्सलवाद सिर्फ 4 जिलों में…

भोपाल: देश की आंतरिक सुरक्षा की रीढ़ माने जाने वाले केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के 86वें स्थापना दिवस पर मध्यप्रदेश के नीमच में एक भव्य और ऐतिहासिक परेड का आयोजन हुआ। इस खास मौके पर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने परेड की सलामी ली और शहीद जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की। सुबह आठ बजे से शुरू हुए समारोह में उत्साह और गरिमा का अद्भुत संगम देखने को मिला। शाह बुधवार देर रात नीमच पहुंचे और रात्रि विश्राम के बाद सुबह आयोजन स्थल पर पहुंचे, जहां मुख्यमंत्री ने उनका स्वागत किया। परेड में सीआरपीएफ की विभिन्न टुकड़ियों ने शौर्य और अनुशासन का प्रदर्शन कर सभी को मंत्रमुग्ध कर दिया।

नीमच में 86वें केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल दिवस समारोह में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा, “जब भी देश के किसी भी हिस्से में अशांति होती है, गृह मंत्री होने के नाते जब मुझे पता चलता है कि सीआरपीएफ के जवान वहां हैं, तो मुझे सुकून मिलता है और मैं अपने दूसरे काम करता हूं क्योंकि मुझे भरोसा है कि अगर सीआरपीएफ है तो सीआरपीएफ के जवानों की जीत निश्चित है। चाहे वह कश्मीर घाटी में आतंकवादियों के खिलाफ लड़ाई हो या शांति बनाए रखने के लिए पूर्वोत्तर में मौजूद रहना हो और सबसे महत्वपूर्ण बात नक्सलियों को सिर्फ चार जिलों तक सीमित करना हो इन सभी चीजों में सीएसपीएफ के जवानों का बड़ा योगदान है।” सीआरपीएफ के इस स्थापना दिवस को और भी यादगार बनाने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए थे। लगभग 700 पुलिसकर्मी और वरिष्ठ अधिकारियों की निगरानी में समारोह शांतिपूर्ण और व्यवस्थित रूप से संपन्न हुआ। इस अवसर पर गृहमंत्री ने वीरता पदक भी प्रदान किए और शहीदों के परिजनों से मुलाकात कर उनका सम्मान किया। कोबरा, आरएएफ, वैली क्वॉट और डॉग स्क्वॉड ने भी अपने विशेष कौशल का प्रदर्शन किया, जिसने समारोह को और रोमांचक बना दिया।

नीमच केवल एक शहर नहीं, बल्कि सीआरपीएफ की जन्मस्थली भी है। 27 जुलाई 1939 को यहां ब्रिटिश शासन के दौरान ‘क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस’ की नींव रखी गई थी, जिसे आज सीआरपीएफ के नाम से जाना जाता है। स्वतंत्रता के बाद इसे औपचारिक रूप से नया नाम 28 दिसंबर 1949 को दिया गया। सीआरपीएफ की 8 टुकड़ियों ने अनुशासित ढंग से परेड में भाग लिया, जिसमें जवानों के जोश और समर्पण की झलक साफ दिखाई दी। गृहमंत्री ने परेड कमांडरों से संवाद कर उनकी सराहना की और पूरे बल को देश की सेवा में समर्पण के लिए शुभकामनाएं दीं।

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