फिर रुलाने लगा प्याज, दाम में 50% तक का इजाफा, आम आदमी की बढ़ी मुसीबत
नई दिल्ली. आपके खाने की थाली पहले से मंहगी होने जा रही है। ऐसा इसलिए कह रहे हैं क्योंकि प्याज की कीमतों में उछाल देखने को मिली है। महाराष्ट्र के लासलगांव की मंडी में प्याज की होलेसेल प्राइस में औसतन 30 प्रतिशत से 50 प्रतिशत का इजाफा देखने को मिला है। कीमतों में तेजी के पीछे की वजह डिमांड और सप्लाई के बीच बढ़ते अंतर को माना जा रहा है। मौजूदा समय में मंडियों में जरूरत के हिसाब से प्याज की सप्लाई नहीं हो पा रही है।
इकनॉमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, हाल के कुछ दिनों में प्याज की कीमतों में 30 से 50 प्रतिशत तक का इजाफा देखने को मिला है। लासलगांव मंडी में बुधवार को प्याज की औसतन कीमत 2130 रुपये प्रति क्विंटल थी। 15 जून तक प्याज की कीमतें बढ़कर 2250 रुपये प्रति क्विंटल तक पहुंच सकती हैं। मंडियों में प्याज की आवक घटने की वजह से इसकी कीमतों पर असर पड़ा है। साथ ही बकरीद के त्योहार की वजह से भी कीमतों में इजाफा हुआ है। बता दें, ट्रेडर्स सरकार से सहायता की उम्मीद में स्टॉक को होल्ड कर रहे हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार पहले प्याज 12 से 15,000 क्विंटल रोजाना लासलगांव मंडी में आता था। जोकि अब घटकर 6,000 क्विंटल तक रह गया। किसान जहां एक तरफ खरीफ की फसल को लेकर व्यस्त हैं। तो वहीं दूसरी तरफ वे प्याज के एक्सपोर्ट पर लगे प्रतिबंध के हटने का इंतजार भी कर रहे हैं। इसकी वजह से कीमतों में पिछले 4 दिनों के दौरान असर पड़ा है।
चुनावों के समाप्त होने के बाद मुंबई में टमाटर, प्याज और आलू की बढ़ी कीमतों से लोग परेशान हैं। तेज गर्मी, कुछ इलाकों में बे-मौसम बारिश ने इन फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है। जिसकी वजह से सप्लाई प्रभावित हुई है। ट्रेडर्स जुलाई के अंत तक किसी तरह के राहत से इनकार कर रहे हैं।