नई दिल्ली. दिल्ली के एक और अस्पताल में भीषण आग लग गई। बुधवार को लाजपत नगर में आंखों के अस्पताल में आग लग गई। अस्पताल से उठती आग की ऊंची लपटों और धुएं के गुबार पर काबू के लिए दमकल विभाग की 16 गाड़ियां मौकें पर पहुंचीं। शुरुआती जानकारी के तौर पर किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। 10 दिन में राजधानी के दिन अस्पताल जल चुके हैं। 26 मई को एक बेबी केयर में हुए अग्निकांड में 7 नवजात की मौत हो गई।
फायर डिपार्टमेंट की ओर से मिली जानकारी के मुताबिक सुबह 11:30 बजे लाजपात नगर स्थित आखों के अस्पताल में आग लगने की सूचना मिली। विनोबा पुरी मेट्रो स्टेशन के पास मौजूद यह आंखों का अस्पताल है। सूचना मिलते ही दमकल विभाग की 16 गाड़ियों को मौके पर भेजा गया। खबर लिखे जाने तक यह जानकारी सामने नहीं आई थी कि आग कैसे लगी और क्या इसमें लोग हताहत भी हुए हैं। आग लगने की वजह से कालकाजी से कैप्टन गौर मार्ग होते हुए लाजपत नगर की ओर जाने वाले मार्ग को बंद करके मथुरा रोड की ओर डायवर्ट कर दिया गया है।
इससे पहले 26 मई को दिल्ली के विवेक विहार में बच्चों के एक अस्पताल में दर्दनाक घटना हुई थी। न्यू बॉर्न बेबी केयर अस्पताल में आग लगने से 6 बच्चों ने दम तोड़ दिया। बाद में इलाज के दौरान एक और शिशु की जान चली गई। अस्पताल में जिस वक्त आग लगी, कुल 12 नवजात भर्ती थे। बाद में पता चला कि अस्पताल का लाइसेंस खत्म हो चुका था और आग से निपटने के इंतजाम नहीं थे।
दो दिन बाद 28 मई को पश्चिम विहार में भी आंखों के एक अस्पताल में आग लग गई थी। आई मंत्रा अस्पताल में दूसरी मंजिल पर आग भड़क गई थी। गनीमत रही कि उस घटना में कोई हताहत नहीं हुआ। विवेक विहार की घटना के बाद दिल्ली सरकार ने सभी अस्पतालों का फायर ऑडिट करने का आदेश दिया था।