इन 5 सब्जियों को कभी ना खाएं कच्चा, वरना झेलने पड़ेंगे कई गंभीर नुकसान
सब्जियां सेहत के लिए काफी ज्यादा फायदेमंद होती हैं। डॉक्टर, न्यूट्रीशियन और डायटीशियन भी डायट में ज्यादा से ज्यादा रंगीन सब्जियों को खाने की सलाह देते हैं। लेकिन इन सब्जियों को आप किस तरह से खाते हैं ये जानना सबसे ज्यादा जरूरी है। आज यानी 1 अक्टूबर को वर्ल्ड वेजिटेरिन डे सेलिब्रेट किया जा रहा है। ये दिन शाकाहार के स्वास्थ्य और पर्यावरणीय फायदों पर वैश्विक ध्यान आकर्षित करने और वेजिटेरियन लाइफस्टाइल की नीति पर फोकस करने के लिए मनाया जाता है। इस खास मौके पर जानते हैं कि आप को किन सब्जियों को कच्चा खाने से बचना चाहिए।
किन सब्जियों को नहीं खाना चाहिए कच्चा (Which Vegetables Should not be Eaten Raw)
1) पत्ता गोभी
ज्यादातर लोग पत्तागोभी को सलाद, बर्गर और सैंडविच में कच्चा लगाते हैं। लेकिन ये उन सब्जियों में से एक है जिन्हें कच्चा नहीं खाना चाहिए। कच्ची पत्तागोभी में ई.कोली या साल्मोनेला जैसे हानिकारक बैक्टीरिया हो सकते हैं। वैसे तो इस सब्जी को लेकर लोगों में जगरुकता काफी बढ़ गई है, लेकिन बहुत लोग इसे अभी भी कच्चा ही खाते हैं।
2) अरबी के पत्ते
इन दिनों मार्केट में अरबी के पत्ते खूब मिल रहे हैं। इन पत्तों का इस्तेमाल करके कई तरह की पारंपरिक डिशेज तैयार की जा सकती हैं। रिपोर्ट्स कहती हैं कि इन पत्तों में ऑक्सालेट हो सकता है, जो पौधों में पाया जाने वाला एक कार्बनिक एसिड है। अगर इन पत्तों को कच्चा खाया जाता है तो ये किडनी की पथरी का कारण बन सकता है। हालांकि, जब आप इन पत्तियों को ठीक से पकाते हैं तो ऑक्सालेट का लेवल काफी कम हो जाता है, ऐसे में इन्हें खाना सेफ माना जाता है।
3) पालक
शरीर में आयरन की कमी पूरी करने वाले पालक में भी कभी-कभी ई. कोली बैक्टीरिया हो सकता है जो पेट में दर्द और अन्य पाचन समस्याओं का कारण बनता है। कुछ लोग इसे सलाद में खाना पसंद करते हैं, जिससे शरीर को नुकसान पहुंच सकता है।
4) ब्रोकोली
ब्रोकोली को हल्का भाप में पकाने या भूनने से इसके पोषण की मात्रा बरकरार रहती है। यह गैस और सूजन जैसी पाचन संबंधी समस्याओं के खतरे को भी कम करता है। हालांकि,एक्सपर्ट की सलाह के बाद आप इसे कच्चा भी खा जा सकते है।
5) शिमला मिर्च
कच्ची शिमला मिर्च भी सलाद में काफी अच्छी लगती है। हालांकि इसके बीजों में कभी-कभी केमिकल अवशेष या टेपवर्म अंडे हो सकते हैं। ऐसे में इसे पकाने पर इन अवशेषों को कम करने में मदद मिलती है, जिससे इसे खाना सुरक्षित हो जाता है।