NH अधिकारियों की लापरवाही: मोदकपाल पुलिया बनी मौत का जाल
बीजापुर । जिले के मोदकपाल इलाके में नेशनल हाईवे (NH) के अधिकारियों और ठेकेदारों की घोर लापरवाही से लगातार हो रही सड़क दुर्घटनाओं ने स्थानीय जनता की चिंता बढ़ा दी है। मोदकपाल की पुलिया के पास अब तक कई जानलेवा हादसे हो चुके हैं, जिनमें लोगों की जान जाते-जाते बची है या फिर उन्हें गंभीर चोटों का सामना करना पड़ा है।
महादेव घाट में एक और हादसा, युवक बाल-बाल बचा
बीजापुर के महादेव घाट में हाल ही में NH अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही के चलते एक बड़ा हादसा हुआ। घाट पर चल रहे रिटर्निंग वाल के निर्माण के दौरान एक बाइक सवार युवक सीधे घाट में गिर गया। गनीमत रही कि युवक की जान बच गई, लेकिन इस दुर्घटना ने सड़क सुरक्षा को लेकर अधिकारियों की गैर-जिम्मेदारी को उजागर कर दिया है।
अधिकारी मीडिया से बचते रहे, जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ा
जब मीडिया ने इन दुर्घटनाओं पर NH अधिकारियों से बात करने की कोशिश की, तो बीजापुर NH के एसडीओ और इंजीनियर ने कॉल उठाना भी जरूरी नहीं समझा। वहीं, संभागीय अधिकारी भी मीडिया से दूरी बनाए रहे। यह दर्शाता है कि अधिकारी इन हादसों को लेकर कितने गंभीर हैं। लगातार ठेकेदारों और NH अधिकारियों की मनमानी के चलते आम जनता को अपनी जान गंवानी पड़ रही है, और अधिकारी मौन साधे हुए हैं।
कमीशनखोरी के चक्कर में हो रही जानलेवा दुर्घटनाएं
सूत्रों के मुताबिक, NH अधिकारियों द्वारा ठेकेदारों से मोटा कमीशन लिया जा रहा है, और इसी कमीशनखोरी के कारण सड़कों की स्थिति खराब हो रही है। यह लापरवाही बीजापुर में लगातार हो रहे सड़क हादसों का बड़ा कारण बन रही है, जिसमें कई लोगों की जान जा चुकी है।
“मीडिया हमारा क्या कर लेगा”
विभागीय सूत्रों से जानकारी मिली है कि NH के अधिकारियों का कहना है कि “मीडिया हमारा क्या कर लेगा?” इस तरह के बयान से यह साफ है कि अधिकारी जनता की सुरक्षा के प्रति कितने लापरवाह हैं और उन्हें अपनी जिम्मेदारियों का कोई डर नहीं है।
बीजापुर की जनता अब इन हादसों के खिलाफ आवाज उठा रही है, लेकिन सवाल ये है कि कब तक NH अधिकारी और ठेकेदार अपने कमीशन और निजी लाभ के चलते लोगों की जान से खेलते रहेंगे? आखिर कब होगी इन हादसों पर रोक?