NDA ने सरकार बनाने का दावा किया पेश, राष्ट्रपति को सौंपा समर्थन पत्
लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को मिले बहुतम के बाद गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा पेश किया है। एनडीए ने राष्ट्रपति को समर्थन पत्र सौंपा है। इस तरह 9 जून को नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण की तैयारी शुरू हो गई है। पिछले दिनों संपन्न लोकसभा चुनाव में 543 सदस्यीय लोकसभा में भाजपा को 240 सीटें मिली हैं, जबकि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) को 293 सीटें मिली हैं। राजग की सीटों की संख्या बहुमत के जादुई आंकड़े से अधिक है।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत एनडीए की ओर से तीसरी बार प्रधानमंत्री बनने के लिए नेता चुने जाने के बाद मोदी ने कहा कि अगले कार्यकाल में उनकी सरकार अगले 10 साल में सुशासन, विकास, जीवन की गुणवत्ता और आम नागरिकों के जीवन में न्यूनतम हस्तक्षेप पर ध्यान केंद्रित करेगी। उन्होंने कहा कि आपसी विश्वास इस गठबंधन के मूल में है और वे ‘सर्व पंथ समभाव’ के सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध हैं।
यह दावा करते हुए कि एनडीए जीत पचाना अच्छी तरह जानता है, मोदी ने कहा, “अगर हम गठबंधन के इतिहास में संख्या के लिहाज से देखें तो यह सबसे मजबूत गठबंधन सरकार है।” प्रधानमंत्री ने विपक्षी दलों पर हमला करते हुए कहा, “हम कभी नहीं हारे। चार जून के बाद हमारा आचरण दिखाता है कि हम जानते हैं कि जीत को कैसे पचाना है।’’
एनडीए संसदीय दल का नेता चुने जाने के बाद उन्होंने कहा, “इस जीत को स्वीकार न करने… इस जीत पर ‘हार की छाया’ डालने की कोशिशें की जा रही हैं। लेकिन ऐसे सभी प्रयास विफल रह गए… इस तरह की चीजें बहुत जल्द खत्म हो जाती हैं और यही हुआ भी।” बैठक में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) के एन चंद्रबाबू नायडू, जनता दल (यूनाइटेड) के नीतीश कुमार, शिवसेना के एकनाथ शिंदे, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) के चिराग पासवान, जनता दल (सेक्यूलर) के एच डी कुमारस्वामी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के अजित पवार, अपना दल (एस) की अनुप्रिया पटेल, जन सेना पार्टी पवन कल्याण और भाजपा तथा एनडीए के अन्य सहयोगी दलों के नवनिर्वाचित सदस्यों ने हिस्सा लिया।