चीन को मुंहतोड़ जबाव देने तैयार हुआ नौसैनिक बेस आईएनएस जटायू
नई दिल्ली । भारतीय समुद्री क्षेत्र को मजबूत बनाने के लिए भारतीय नौसेना लक्षद्वीप के मिनिकॉय आइलैंड पर नए नौसैनिक बेस आईएनएस जटायू की कमीशनिंग करने जा रहा है। यह आयोजन संभवतः 4 या 5 मार्च को होगा है। कमीशनिंग के दौरान केंद्रीय रक्षामंत्री राजनाथ सिंह के शामिल होने की उम्मीद है। इस नौसैनिक बेस से पाकिस्तान, मालदीव और चीन की हरकतों पर नजर रखी जा सकेगी। साथ ही सोमालियाई समुद्री लुटेरों पर भी एक्शन लेना ज्यादा आसान होगा। इस दौरान आईएनएस विक्रमादित्य और आईएनएस विक्रांत भी मौजूद रहने वाले हैं। जिनपर कमांडर्स कॉन्फ्रेंस होने की भी उम्मीद है। नौसैनिक इस दौरान अपनी क्षमताओं और ताकत का प्रदर्शन करने वाले है। साथ ही सबमरीन और कैरियर बैटल ग्रुप का भी प्रदर्शन किया जाएगा। मिनिकॉय में बने आईएनएस जटायु नौसैनिक बेस से मालदीव की दूरी मात्र 524 किलोमीटर पर है।
जैसे ही मिनिकॉय में नौसैनिक बेस बनेगा, उसकी वजह से इस इलाके के आसपास चीन की नौसेना जो हरकत करती है, उस पर विराम लगेगा। साथ ही जो व्यवसायिक जहाज सुएज कैनाल और पारस की खाड़ी की तरफ जाते हैं, उन्हें 9 डिग्री चैनल यानी लक्षद्वीप और मिनिकॉय वाले रूट से जाना होता है। किसी जहाज को सुंदा और लोंबक की खाड़ी की तरफ जाना है, तब उस दस डिग्री चैनल यानी अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के पास से गुजरना होगा। इसके बाद दोनों जगहों पर मजबूत सुरक्षा और निगरानी दस्ता होना चाहिए। जो जरूरत पड़ने पर दुश्मन को मुंहतोड़ जबाव दे सके।