व्यापार जगत

नेशनल स्टार्ट- अप डेः वेदांता एल्यूमिनियम ने स्टार्टअप कंपनियोंके साथ मिलकर किया डिजिटल नवाचारों का प्रदर्शन

• वेदांता ने स्टार्टअप साझेदारों के साथ अनुभव और ज्ञान साझा करने के लिए किया विशेष सत्र का आयोजन।
• प्रचालन उत्कृष्टता में वृद्धि के लिए लगभग 60 स्टार्टअप्स के साथ 90 से ज्यादा परियोजनाओं में सहयोग।

नई दिल्ली. भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक कंपनी वेदांता एल्यूमिनियम लगभग 60 अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी स्टार्टअप्स के साथ नेशनल स्टार्टअप डे का उत्सव मना रही है। स्टार्टअप्स के सहयोग से कंपनी 90 विविध परियोजनाओं पर काम कर रही है। विनिर्माण की पारंपरिक धारणाओं से परे वेदांता एल्यूमिनियम इंडस्ट्री 4.0 प्रौद्योगिकियों आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, नेचुरल लैंग्वेज प्रोसैसिंग, मशीन लर्निंग, ड्रोन टेक्नोलॉजी, कंप्यूटर विज़न, रोबोटिक्स आदि का उपयोग कर रही है ताकि वह अपने सभी कार्यों में प्रचालन उत्कृष्टता और नवाचार में वृद्धि कर सके।

नेशनल स्टार्टअप डे के उत्सव में कंपनी ने बहुमुखी ज्ञान आदान-प्रदान सत्र के लिए कई अग्रणी स्टार्टअप्स आमंत्रित किए ताकि उनकी सहभागिता के सफल परिणामों को दर्शाया जा सके तथा यह दिखाया जाए कि वेदांता एल्यूमिनियम के महत्वपूर्ण प्रचालनों में उभरती प्रौद्योगिकियों का क्या असर हुआ है। इनमें कंपनी के स्मेल्टर, एल्यूमिना रिफाइनरी, पावर प्लांट, मैटेरियल हैंडलिंग, सप्लाई चेन और औद्योकिग स्वास्थ्य, सुरक्षा एवं पर्यावरण संबंधी कार्य शैली जैसे विभिन्न परिदृश्य शामिल हैं।

’स्टार्टअप इंडिया’ और ’मेक इन इंडिया’ के ध्येय के मुताबिक चलते हुए यह प्रयास कंपनी की पहल ’वेदांता स्पार्क’ का अभिन्न अंग है। ’वेदांता स्पार्क’ विशिष्ट वैश्विक कॉर्पोरेट नवाचार, ऐक्सिलिरेटर और वेंचर प्रोग्राम है जो स्टार्टअप्स को सशक्त करता है ताकि वे परिवर्तनकारी प्रौद्योगिकियों का उपयोग करते हुए व्यापारिक चुनौतियों को हल करें और इस तरह बड़े पैमाने पर सकारात्मक प्रभाव कायम करें। ’वेदांता स्पार्क’ प्रोजेक्ट के अंतर्गत वेदांता एल्यूमिनियम ने प्रिडिक्टिव एवं प्रेस्क्रिप्टिव ऐनालिटिक्स जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए डीप टेक स्टार्टअप्स के साथ भागीदारी की है ताकि स्मेल्टरों की प्रचालन क्षमता बढ़ाई जा सके, महत्वपूर्ण उत्पादन मानकों की निरंतर निगरानी के लिए आईओटी सॉल्यूशन तैयार किए जाएं, तैयार माल के गुणवत्ता नियंत्रण के लिए उन्नत मॉडलिंग की जाए, पावर प्लांट्स का स्टार्टअप ऑप्टिमाइजेशन किया जाए, कर्मचारियों के सुरक्षा प्रशिक्षण हेतु एआर/वीआर/एक्सआर सिमुलेशंस विकसित किए जाएं, ड्रोन आधारित निगरानी हो तथा और भी बहुत कुछ नया किया जा सके।

इस अवसर पर वेदांता एल्यूमिनियम के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्री जॉन स्लेवन ने कहा, भारतीय अर्थव्यवस्था की प्रगति के पीछे यहां के युवाओं का जोश और उनकी अनथक उद्यमशीलता है। आज भारत उन देशों में है जहां स्टार्टअप्स और उद्यमिता खूब फलफूल रहे हैं। सबसे बड़े भारतीय एल्यूमिनियम उत्पादक होने के नाते वेदांता एल्यूमिनियम स्टार्टअप कंपनियों की इस चमक को और अधिक रोशन कर रही है ताकि विश्व स्तर की उत्कृष्टता हासिल करने के लिए मिलकर योगदान किया जा सके। एल्यूमिनियम सस्टेनेबल भविष्य की बुनियाद बनकर उभर रहा है। कई गुना वृद्धि हासिल करने का हमारा रास्ता तभी तैयार होगा जब हम डिजिटल पहलुओं पर सबसे आगे रहेंगे और भविष्य के लिए खुद को तैयार बनाएंगे। इसीलिए हम तकनीकी स्टार्टअप्स के साथ सक्रिय सहयोग करते हैं, अत्याधुनिक प्रौद्योगिकी एवं वैश्विक विशेषज्ञता अपनाकर अपनी विनिर्माण एवं प्रचालन उत्कृष्टता का स्तर उठाते हैं।’’

इस सहयोग पर ग्लोविज़न टेक्नो सर्विसेस प्राइवेट लिमिटेड के संस्थापक व निदेशक राजू याडाती कहते हैं, ’’ग्लोविज़न में हम वेदांता एल्यूमिनियम के लिए अत्याधुनिक क्लाउड आधारित आईओटी एप्लीकेशंस तैयार करते जो लॉजिस्टिक्स एवं परिवहन के ऑप्टिमाइज़ेशन में मददगार हैं। इससे खनन कार्य ज्यादा सुरक्षित और उत्पादक बनता है। कंपनी के साथ काम करना हमारे लिए सम्मान की बात है।’’

जेस्ट आईओटी के कस्टमर सक्सेस डायरेक्टर हिमांशु श्रीवास्तव ने कहा, ’’हम अपनी प्रॉपराइटी डीप टेक एआई/एमएल अल्गोरिद्म द्वारा कंपनी को सेवाएं दे रहे हैं। इनका इस्तेमाल कंपनी के झारसुगुड़ा स्मेल्टर ऑपरेशंस में किया जाता है। इससे महत्वपूर्ण प्रचालनों में सटीकता व पारदर्शिता में बढ़ोतरी होती है। अमूल्य मार्गदर्शन के लिए हम वेदांता एल्यूमिनियम के प्रति आभारी हैं।’’

नवाचार की संस्कृति को प्रोत्साहित करने एवं कर्मचारियों को उद्यमी में परिवर्तित करने के लिए वेदांता एल्यूमिनियम ने अपनी व्यावसायिक इकाइयों में ’इनोवेशन कैफे’ स्थापित किए हैं। ये जीवंत स्थल पैशन प्रोजेक्ट्स के लिए इनक्युबेटर्स का काम देते हैं जहां कर्मचारी और बिजनेस पार्टनर मिलकर विभिन्न कारोबारी चुनौतियों से जूझते हैं, आंतरिक विशेषज्ञता को एकजुट करते हैं और अभिनव समाधान विकसित करते हैं। साथ ही, कंपनी देश के दूरदराज इलाकों में स्थित अपने प्रचालन क्षेत्रों में ग्रामीण एवं सूक्ष्म-उद्यमियों के एक व्यापक ईकोसिस्टम को सक्रियता से पोषित करती है। वेदांता एल्यूमिनियम की विस्तृत मूल्य श्रृंखला, ग्राहक व सप्लायर नेटवर्क ने न केवल सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्यमों को पोषित किया है बल्कि अनेक इकाइयां कंपनी के अहम सप्लायर और सम्मानित व्यापारिक साझेदार के तौर पर विकसित हुई हैं। इससे उन्हें वैश्विक मूल्य श्रृंखला का हिस्सा बनने में मदद मिली है।

वेदांता लिमिटेड की इकाई वेदांता एल्यूमिनियम भारत की सबसे बड़ी एल्यूमिनियम उत्पादक है। वित्तीय वर्ष 23 में 22.9 लाख टन उत्पादन के साथ कंपनी ने भारत के कुल एल्यूमिनियम का आधे से ज्यादा हिस्सा उत्पादित किया। यह मूल्य संवर्धित एल्यूमिनियम उत्पादों के मामले में अग्रणी है, इन उत्पादों का प्रयोग कई अहम उद्योगों में किया जाता है। वेदांता एल्यूमिनियम को एल्यूमिनियम उद्योग में डाउ जोंस सस्टेनेबिलिटी इंडेक्स (डीजेएसआई) 2022 में दूसरी वैश्विक रैंकिंग मिली है, जो इसकी सस्टेनेबल डेवलपमेंट प्रक्रियाओं का प्रमाण है। देश भर में अपने विश्वस्तरीय एल्यूमिनियम स्मेल्टर्स, एल्यूमिना रिफाइनरी और पावर प्लांट्स के साथ कंपनी हरित भविष्य के लिए विभिन्न कार्यों में एल्यूमिनियम के प्रयोग को बढ़ावा देने और इसे ’भविष्य की धातु’ के रूप में पेश करने के अपने मिशन को पूरा करती है।

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