स्वास्थ्य

सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है सरसों का तेल, ऐसे करें असली नकली की पहचान

खाना पकाने से लेकर सिर की मालिश और बॉडी मसाज करने तक के लिए सरसों का तेल घरों में कई तरह से यूज किया जाता है। असली सरसों का तेल ना सिर्फ आपके स्वाद बल्कि आपकी सेहत और खूबसूरती का भी खास ख्याल रखता है। यही वजह है कि अधिकतर घरों में सरसों का तेल किसी ना किसी रूप में जरूर यूज होता है। सरसों के तेल की इस बढ़ती डिमांड को देखते हुए मिलावट खोर सरसों के तेल में कई चीजों की मिलावट करना शुरू कर देते हैं। जिसकी वजह से कई बार सेहत को नुकसान भी हो सकता है। अगर आप मिलावटी सरसों के तेल का इस्तेमाल करने से बचना चाहते हैं तो ये किचन टिप्स आपकी मदद कर सकते हैं।

सरसों के तेल में मिलावट की पहचान करने के टिप्स-

फ्रिज-

सरसों के तेल में मिलावट का पता लगाने के लिए ये सबसे आसान उपाय है। इस ट्रिक को आजमाने के लिए सबसे पहले थोड़ा सा सरसों का तेल कटोरी में निकालकर फ्रिज में रख दें। थोड़ी देर बाद जब आप सरसों के तेल की कटोरी देखेंगे तो आपको पता चलेगा कि असली सरसों का तेल जस का तस है जबकि नकली सरसों के तेल की सतह पर सफेद रंग की परत जैसी तैर रही है। यह टिप आपको सरसों के तेल का असली और नकली पता करने में मदद करेगा।

रबिंग टेस्ट-

सरसों के तेल की शुद्धता जांचने के लिए आप इसे हथेली पर रगड़कर भी देख सकते हैं। इस उपाय को करने के लिए दोनों हाथों पर सरसों का तेल लगाकर जोर-जोर से रगड़े। सरसों के तेल में मिलावट होने पर तेल से गंध आने के साथ उसका रंग भी बदल जाएगा। जबकि असली सरसों का तेल त्वचा पर लगाने से वह चिपचिपाहट पैदा नहीं करेगा।

तेल के रंग में बदलाव-

आजकल सरसों के तेल में आर्गेमोन तेल मिलाया जाता है। इस तरह के तेल में जहरीला पॉलीसाइक्लिक नमक पाया जाता है, जिसे सेंगुइनारिन कहते हैं। तेल का रंग बदलने का मतलब होता है कि उसमें मिलावट की गई है।

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