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Mp : खेती को मिलेगा विज्ञान का साथ, शिवराज की नई पहल में वैज्ञानिक करेंगे किसानों से सीधा संवाद

भोपाल: केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नया प्रयोग किया है. लैब टू लैंड के इस प्रयोग में 29 मई से अगले 15 दिन तक देश भर में वैज्ञानिक किसानों के बीच खेतों में पहुंचेंगे. खरीफ सीजन में किसानों को लाभ पहुंचाने डेढ़ करोड़ किसानों से मुखातिब होंगे. वैज्ञानिक और उन्नत फसल का रास्ता निकालेंगे.

29 मई को ओडिशा से होगी शुरूआत
29 मई को ओडिशा के पुरी से इस अभियान की शुरूआत होगी. इसके बाद कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान करीब 20 राज्यों का दौरा करेंगे. जहां पर वे वैज्ञानिकों के साथ किसानों से संवाद भी करेंगे. ये केन्द्र सरकार के विकसित कृषि संकल्प अभियान का हिस्सा होगा. जिसमें 15 दिन के भीतर 700 से ज्यादा जिले, 65 हजार गांव में 2170 वैज्ञानिकों की टीमें डेढ़ करोड़ किसानों के बीच पहुंचेगी.

700 जिले, 65 हजार गांव और डेढ़ करोड़ किसान
देश में ये पहली बार है कि वैज्ञानिक किसानों के बीच पहुंच रहे हैं. 700 जिले के 65 हजार गांवों में डेढ़ करोड़ किसानों की खेती को मुनाफे तक पहुंचाने के लिए वैज्ञानिक भी किसानों के साथ जुट रहे हैं. केन्द्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की पहल पर प्रारंभ हो रहे इस विकसित कृषि संकल्प अभियान की शुरुआत 29 मई को ओडिशा के पुरी से हो रही है. जहां केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह भी शामिल होंगे.

20 राज्यों में पहुंचकर संवाद करेंगे कृषि मंत्री
15 दिनों तक चलने वाले इस वृहद अभियान के दौरान शिवराज सिंह चौहान लगभग 20 राज्यों में प्रवास करेंगे और किसानों ौर वैज्ञानिकों का उत्साहवर्धन करने के साथ ही उनसे सीधा संवाद करेंगे. इसमें ओडिशा के बाद 12 जून तक के अभियान के दौरान जम्मू, राजस्थान, गुजरात, उत्तर प्रदेश, बिहार, महाराष्ट्र, हरियाणा, पंजाब, उत्तराखंड, असम, मेघालय, कर्नाटक, तमिलनाडु, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश, मध्य प्रदेश, दिल्ली और छत्तीसगढ़ में किसानों और वैज्ञानिक टीमों के साथ संवाद में सहभागिता करेंगे.

किसानों को मिलेंगे फसलों से जुड़े जरूरी टिप्स
इस अभियान के दौरान क्षेत्र विशेष के लिए खरीफ मौसम में उगाई जाने वाली प्रमुख फसलों से संबंधित आधुनिक तकनीकों के बारे में किसानों को जागरूक किया जाएगा. इसके अलावा किसानों को मृदा स्वास्थ्य कार्ड में बताई गई विभिन्न फसलों के चयन और संतुलित खादों के प्रयोग के लिए जागरूक एवं शिक्षित किया जाएगा. इसके अलावा किसानों से फीडबैक भी लिया जाएगा.

किसानों से संवाद करेगी वैज्ञानिकों की टीम
इस दौरान वैज्ञानिकों की टीम गांवों में जाकर किसानों से संवाद करेगी. अभियान में देशभर के सभी 731 कृषि विज्ञान केंद्रों (केवीके), आईसीएआर के सभी 113 संस्थानों, राज्यस्तरीय विभागों एवं कृषि, बागवानी, पशुपालन, मत्स्य पालन के अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ ही प्रगतिशील किसान और कृषि से जुड़े अन्य लोग शामिल होंगे.

‘प्रधानमंत्री के विजन को धरातल पर उतारना है’
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बताया कि “अभियान का लक्ष्य विभिन्न राज्यों में लगभग डेढ़ करोड़ किसानों तक प्रत्यक्ष रूप से पहुंचकर उनसे सीधे संवाद करना है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लैब टू लैंड के विजन को धरातल पर उतारना है. यह अभियान विकसित कृषि के साथ-साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत 2047 के संकल्प को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा”

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