सियासी गलियाराहमर छत्तीसगढ़

विधायक देवेंद्र यादव ने राज्यपाल को पत्र लिखकर मुलाकात के लिए मांगा समय

भिलाई । विधायक देवेंद्र यादव ने नीट -2024 में पेपर लीक एवं परिणाम से संबंधित अभ्यर्थियों की शिकायतों का निराकरण कर जल्द से जल्द न्याय दिलाने के लिए केन्द्र सरकार से सीबीआई से जांच कराने की मांग की है। उन्होंने कहा है कि नीट का विषय देश के लाखों छात्र- छात्राओं के वर्षों की मेहनत. सपने और उनके भविष्य से जुड़ा है। इस वजह से अभ्यर्थियों के साथ उनके पालक भी चितिंत है। अभ्यर्थियों ने एनटीए  द्वारा ली गई नीट की परीक्षा एवं परिणाम से संबंधित शिकायतों का निराकरण नहीं किए जाने पर कई सवाल उठाए है, लेकिन जवाब संतोषजनक नहीं है।

परिणाम जारी करने के बाद हर दिन एक नए तथ्य सामने आ रही है। इससे अभ्यर्थियों के मन में गड़बड़ी की आशंका गहराई गहराती जा रही है। अब तक जो तथ्य सामने आई है उससे प्रतिस्पर्धी परीक्षा की पारदर्शिता और निष्पक्षता को लेकर सवाल खड़े हो गई है। विधायक ने कहा कि अभ्यर्थियों के शिकायतों से संबंधित विषय को लेकर छत्तीसगढ़ के राज्यपाल को पत्र लिखा है और मुलाकात के लिए उनसे समय भी मांगा हूं। एनटीए द्वारा जारी परिणाम के अनुसार एक ही परीक्षा केंद्र के 8 स्टुडेंट्स में से 6 अभ्यर्थियों ने 720 अंक हासिल किया है। मेरिट लिस्ट में 8 स्टूडेंटस के रोल नंबर एक ही सीरीज के है।

जिन्हें ऑल इंडिया रैंक-1 प्राप्त हुआ है। ऐसा पहली बार हुआ है कि 67 अभ्यर्थियों ने 100त्न अंक हासिल किया है। जो संदेहास्पद लग रहा है।  एनटीए द्वारा जारी परिणाम में परीक्षार्थियों को दशमलव में अंक प्राप्त हुआ है। जबकि इस तरह का अंक देने के कोई नार्मल लाइजेशन सार्वजनिक नहीं किया गया है । स्टूडेंटस को दिए गए ग्रेस मार्क पर कई शैक्षणिक संस्थाओं ने भी सवाल उठाए हैं। नीट की परीक्षा में कुल 180 प्रश्नों के लिए 720 अंक निर्धारित है।इनमें से एक प्रश्न चार अंको का होता है। सभी प्रश्नों को सही हल करने पर 720 अंक मिलना चाहिए तथा एक प्रश्न छोडऩे पर 716 अंक मिलना चाहिए। एक प्रश्न का उत्तर गलत होने पर 715 अंक मिलना चाहिए था,.लेकिन यहां पर अभ्यर्थियों को 720 में से 719 अंक मिले हैं। जो की प्रश्न पत्रों के निर्देश अनुसार न्याय संगत नहीं लग रहा है।

टाइम लास के विषय में अभ्यर्थियों को ग्रेस मार्क देने का क्या फार्मूला रहा, किस आधार पर नंबर दिया गया है? नोटिफिकेशन में ग्रेस माक्र्स का उल्लेख नहीं है। छत्तीसगढ़ के बालोद, दंतेवाड़ा समेत अन्य एग्जाम सेंटर पर गलत पेपर वितरण से अभ्यर्थियों का जो टाइम लास हुआ है। उसकी शिकायत की गई थी। उनकी शिकायतों का निराकरण किए बगैर परिणाम जारी कर दिया गया। किस आधार पर उन्हें ग्रेस मार्क दिए गए हैं? यह अब तक सार्वजनिक नहीं की गई है। इससे एनटीए की पारदर्शिता और निष्पक्षता पर भी गंभीर सवाल उठ रहे हैं। विधायक यादव ने आगे कहा कि नीट का रिजल्ट जारी करने के लिए एनटीए ने इतनी जल्दबाजी क्यों की गई? जबकि परिणाम जारी करने की संभावित तिथि 14 जून 2024 थी। इससे 10 दिन पहले लोकसभा चुनाव परिणाम 4 जून के दिन रिजल्ट जारी कर दिया गया। यह भी जांच का विषय है।

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