साय मंत्रिमंडल में सबसे ज्यादा आधा दर्जन मंत्री ओबीसी
रायपुर . छत्तीसगढ़ की साय सरकार के 9 मंत्रियों को आज राजभवन में शपथ दिलाई जाएगी। साय मंत्रिमंडल में शामिल किए गए 9 विधायकों में से जहां आधा दर्जन ओबीसी वर्ग के हैं। वहीं दो आदिवासी, एक एससी और एक सामान्य वर्ग के विधायक है। मुख्यमंत्री भी आदिवासी समाज के हैं। इसी के साथ सबसे ज्यादा तीन विधायक सरगुजा संभाग से लिए गए हैं। वैसे मुख्यमंत्री भी इस संभाग के हैं। रायपुर संभाग और बिलासपुर संभाग के दो-दो, बस्तर और दुर्ग से एक-एक विधायक को मौका मिला है। बिलासपुर संभाग से डिप्टी सीएम अरुण साव भी है और एक डिप्टी सीएम विजय शर्मा दुर्ग संभाग के हैं।
लंबे इंतजार के बाद अंतत: साय सरकार के कैबिनेट का विस्तार हो रहा है। इसमें संभागों के साथ जातिगत समीकरण को भी महत्व दिया गया है। अभी जो 9 मंत्री बनाए जा रहे हैं। इसमें ओबीसी वर्ग से ओपी चौधरी, लखन देवांगन, टंकराम वर्मा, श्याम बिहारी जायसवाल और लक्ष्मी राजवाड़े हैं। आदिवासी वर्ग से केदार कश्यप और रामविचार नेताम हैं। एससी वर्ग के एक दयालदास बघेल हैं। एक सामान्य वर्ग से बृजमोहन अग्रवाल हैं। एक डिप्टी सीएम विजय शर्मा भी सामान्य वर्ग के हैं।
सरगुजा का दबदबा
मंत्रिमंडल में सरगुजा संभाग का पूरी तरह के दबदबा है। इसके पीछे का एक सबसे बड़ा कारण यह भी है कि इस बार भाजपा को सरगुजा संभाग की सभी 14 सीटों पर जीत मिली है। ऐसे में सरगुजा संभाग को बड़ा महत्व दिया गया है। पहले मुख्यमंत्री भी सरगुजा संभाग से ही बनाया गया। अब यहां से तीन मंत्री भी बनाए गए हैं। इसमें रामविचार नेताम, श्याम बिहारी जायसवाल, लक्ष्मी राजवाड़े शामिल हैं। बिलासपुर संभाग के दो ओपी चौधरी और लखन लाल देवांगन हैं। रायपुर संभाग के भी दो बृजमोहन अग्रवाल और टंकराम वर्मा है। बस्तर संभाग से एक मात्र केदार कश्यप और दुर्ग संभाग से दयालदास बघेल हैं।