हमर छत्तीसगढ़

11 सूत्रीय मांगो को लेकर एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन ने किया राज्यपाल से मुलाक़ात !

एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के एक प्रतिनिधिमंडल ने छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री हरिचंदन विश्वभुष्ण जी से राजभवन जाकर मुलाक़ात किया। संगठन के महामंत्री विनय बघेल ने बताया की महामहिम जी को ग्यारह सूत्रीय मांग को लेकर ज्ञापन सौपा गया जिसमे राज्य के स्कूलों मे अनिवार्य रूप से छत्तीसगढ़ी भाषा की पढ़ाई, सरकारी काम काज की भाषा छत्तीसगढ़ी, नयी सिक्छा नीति के तहत विवि और उनसे संबंध महाविद्यालयों मे स्नातक और मास्टर डिग्री स्तर मे छत्तीसगढ़ी अनिवार्य रूप से पढ़ाया जाना, रोजगार मे छत्तीसगढ़ी, त्रिभाषा फार्मूला मे तहत प्रदेश की राजभाषा छत्तीसगढ़ी मे पढ़ाई,सभी सरकारी कार्यलय मे छत्तीसगढ़ी अनुवादक के रूप मे एम ए छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारियों की भर्ती, छत्तीसगढ़ी राजभाषा आयोग का पुरे जिला मे विस्तार कर राजभाषा अधिकारी के रूप मेनियुक्ति के साथ साथ विधानसभा मे 16 फ़रवरी को सिक्छा मंत्री दुवारा घोषणा एम ए छत्तीसगढ़ी डिग्रीधारियों को रोजगार इस पद को शीघ्र निकालने जैसी मांगो को लेकर राज्यपाल को अवगत व ज्ञापन सौपा गया. एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन के इन मांगो पर राज्यपाल महोदय ने मुख्यमंत्री और सिक्छा मंत्री को इस गंभीर मुद्दे को लेकर बात करने की बात कही साथ ही कहा की माँ, मातृभाषा, मातृभूमि का कोई विकल्प नहीं हो सकता छत्तीसगढ़ी अगर प्रदेश मे नहीं पढ़ाई जा रही तो यह बहुत बड़ी विडंबना है.छत्तीसगढ़ राज्य छत्तीसगढ़ी भाषा के वजह से बनाया गया इस भाषा को अवश्य सम्मान मिलेगा.इस अवसर पर संगठन दुवारा राज्यपाल को छत्तीसगढ़ी गमछा और छत्तीसगढ़ी लोक संसकृति से जुड़े कलाकृति देकर सम्मान भी किया गया.भेट मुलाक़ात के दौरान संगठन के ऋतुराज साहु,संजीव साहू,जिनेन्द्र यादव,अजय पटेल,पूजा परगहनिया,किरनदेवांगन खेमराज,अंकित अदिति गुप्ता मौजूद रहे!

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