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शराब घोटाले : केजरीवाल पर सुनवाई के बीच ED का बड़ा दावा

नई दिल्ली. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की जमानत याचिका पर सुनवाई के बीच जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एक बड़ा दावा किया है। ईडी ने पहली बार कोर्ट को बताया है कि कथित शराब घोटाले में इस्तेमाल नोटों की तस्वीर बरामद की गई है। कोर्ट को बताया गया कि तस्वीर में दिख रहे नोटों का इस्तेमाल ही गोवा चुनाव में किया गया था।

प्रवर्तन निदेशालय की तरफ से पक्ष रख रहे एडिशनल सॉलिसिटर जनरल राजू ने स्पेशल जज न्याय बिंदु की अदालत में अदालत में कहा कि जांच एजेंसी के पास उन करेंसी नोट की तस्वीर है जिन्हें गोवा चुनाव में इस्तेमाल किया गया। करेंसी नोट की तस्वीर आरोपी विनोद चौहान के फोन से बरामद की गई है जिसे आम आदमी पार्टी के गोवा चुनाव कोऑर्डिनेटर चरनप्रीत सिंह को यह पैसे दिए।

एएसजी राजू ने चौहान और केजरीवाल के बीच चैट का भी दावा किया। उन्होंने कहा, ‘केजरीवाल कहते हैं ‘मेरा फोन पवित्र है, पासवर्ड नहीं दूंगा।’ प्रतिकूल निष्कर्ष तो निकालना ही होगा क्योंकि केजरीवाल ने पासवर्ड देने से मना कर दिया है। वह अपना फोन देते हैं तो बहुत सारी बातें सामने आएंगी।’ यह पहली बार है जब केंद्रीय जांच एजेंसी ने कथित शराब घोटाले में इस्तेमाल नोटों को लेकर इस तरह का दावा किया है। आम आदमी पार्टी और खुद अरविंद केजरीवाल सवाल उठाते रहे हैं कि यदि घोटाला हुआ है तो पैसे बरामद क्यों नहीं हुए। 

केजरीवाल के वकील ने ईडी के दावों को खारिज करते हुए कहा ‘यह कैसे साबित होता है कि उस रकम का इस्तेमाल अपराध में हहुआ। यह दिखाने के लिए कुछ नहीं है कि इसका इस्तेमाल गोवा चुनाव में किया गया। चरनप्रीत ने कहीं नहीं कहा है कि उसने आम आदमी पार्टी के चुनाव के लिए पैसे दिए या उसने अपराध की आय एकत्रित की।’ 

उन्होंने आगे कहा, ‘ईडी ने कहा कि एक मिस्टर चौहान केजरीवाल से जुड़े हुए हैं। इन सबूतों पर आप एक मौजूदा मुख्यमंत्री के खिलाफ मुकदमा चला रहे हैं। कोई उन्हें हैपी बर्थडे कह रहा है और आप कहते हैं कि यह हवाला बातचीत है। जिस शख्स को लेकर कहा जा रहा है कि पैसे दिए उसने इनकार किया है। मेरे और विनोद चौहान के बीच नियमित चैट नहीं है। क्योंकि चौहान का नंबर मेरे फोन में सेव है, यह माना जा रहा है कि उसकी पोस्टिंग मैंने कराई। मैं इस तरह के सबूतों से हैरान हूं।’

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में 21 मार्च को गिरफ्तार किया गया था। ईडी ने एक दिन पहले इसी अदालत में दावा किया था कि केजरीवाल ने आम आदमी पार्टी के लिए ‘साउथ ग्रुप’ से 100 करोड़ की रिश्वत का इस्तेमाल किया था। केजरीवाल की जमानत याचिका का विरोध करते हुए ईडी ने कहा कि आम आदमी पार्टी को घोटाले में आरोपी बनाया गया है। आम आदमी पार्टी अपराध में शामिल है और इसके मुखिया होने की वजह से अरविंद केजरीवाल भी दोषी हैं। 

वहीं, केजरीवाल की ओर से पेश हुए वकील विक्रम चौधरी ने कहा था कि पूरा मामला बयानों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि सरकारी गवाहों को लालच देकर अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बयान दिलवाया गया। उन्हें जमानत देने और माफी देने का लालच दिया गया था। हालांकि, ईडी ने कहा कि सरकारी गवाह को कानून माफी दी जाती है। ऐसा उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए किया जाता है।

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