देहरादून . उत्तराखंड में गुरुवार देर रात भारी बारिश के बीच रूद्रप्रयाग जिले में केदार घाटी क्षेत्र में भूस्खलन के मलबे में दबने से चार मजदूरों की मौत हो गई। सभी मृतक नेपाल के रहने वाले हैं। टिहरी जिले में भी भूस्खलन से पशु हानि की सूचना है।
राज्य आपदा मोचन बल (एसडीआरएफ) के सेनानायक (कमांडेंट) मणिकांत मिश्रा ने आज सुबह /यूनीवार्ता/ को बताया कि रुद्रप्रयाग में जनपद के फाटा के पास भारी बारिश के कारण आये भूस्खलन में चार नेपाली नागरिक मलबे में दब गए। उन्होंने बताया कि देर रात एक बजकर 37 मिनट पर जिला नियंत्रण कक्ष रुद्रप्रयाग से सूचना मिलने पर एसडीआरएफ की टीम निरीक्षक कर्ण सिंह के नेतृत्व में तुरंत घटनास्थल के लिए रवाना हुई। डोलिया देवी मार्ग अवरुद्ध होने के कारण टीम दो किलोमीटर पैदल चलकर घटनास्थल पर पहुंची। जहां भारी बारिश के कारण जेसीबी मशीन का पहुंच पाना संभव नहीं था। एसडीआरएफ के जवानों ने स्वयं खुदाई कर बचाव अभियान शुरू किया। टीम ने चार शवों को मलबे से बाहर निकाला और उन्हें जनपद पुलिस के हवाले किया।
श्री मिश्रा के अनुसार मृतकों की पहचान तुल बहादुर पुत्र हरक सिंह बहादुर, पुरना नेपाली, किशना परिहार, तीनों निवासी जिला चितोन ऑयल नारायणी, नेपाल और चीकू बूरा पुत्र खड़क बहादुर, निवासी, देहलेख, आँचल, करनाली, नेपाल के रूप में हुई है।
दूसरी ओर रात में ही टिहरी जनपद में भारी बारिश एवं बादल फटने के कारण तहसील बालगंगा घनसाली राजस्व क्षेत्र अंतर्गत ग्राम गेवली बुढाकेदार में पशु हानि तथा रास्ते एवं मकान क्षतिग्रस्त होने की सूचना है। पुलिस एवं एसडीआरएफ टीम मौके के लिए रवाना हो गई हैं।