शहडोल से ट्रांसजेंडर समुदाय की काजल ने दाखिल किया नामांकन
नामांकन के आखिरी दिन शहडोल जिले का जैतपुर विधानसभा सूर्खियों में है. इसकी वजह है किन्नर काजल. दरअसल, जैतपुर से सोमवार को विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशी किन्नर काजल ने वास्तविक भारत पार्टी से नामांकन दाखिल किया.
इस मौके पर 38 वर्षीय काजल ने कहा कि जैतपुर विधानसभा में अब भी लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. क्षेत्र में बिजली के खंभे तो लगे हैं, लेकिन इन तारों में लाइट नहीं है. यहां नल तो हैं, पर पानी नहीं है. यही हालत स्कूलों की है. यहां स्कूल तो है, पर शिक्षक नहीं है. उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस दोनों को आड़े हाथों लेते हुए कहा कि इन पार्टियों के नेता वादा तो करते हैं, पर इसे कभी पूरा नहीं करते हैं. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अगर इलाके की जनता मुझे मौका देती है, तो इलाके का चहुंमुखी विकास करके दिखाऊंगी.
शहडोल जिला पहले भी रच चुका है इतिहास
शहडोल जिले से ही देश में पहली किन्नर विधायक चुनी गई थी. आज से 22 साल पहले किन्नर शबनम मौसी सन 2000 में हुए उपचुनाव में शहडोल जिले की सोहागपुर विधानसभा से देश की पहली किन्नर विधायक चुनी गई थी.
देशभर में बटोरी थीं सुर्खियां
सोहागपुर विधानसभा की जनता ने पहली बार किन्नर को विधायक बनाकर मध्य प्रदेश की विधानसभा में भेजा था. इसके साथ ही शबनम मौसी देश की पहली किन्नर विधायक बनकर देशभर में चर्चित हो गई थी. शबनम मौसी ने रिकॉर्ड तोड़ जीत दर्ज की थी. उन्हें भाजपा और कांग्रेस के दोनों प्रत्याशियों को कुल वोट से भी ज्यादा वोट मिले थे.
आपको बता दें कि 230 सदस्यीय मध्य प्रदेश विधानसभा के लिए 17 नवंबर को वोट डाले जाएंगे और 3 दिसंबर को मतों की गिनती होगी. इसके साथ ही साफ हो जाएगा कि किसके सिर पर सजेगा ताज और कौन विपक्ष में बैठेगा.