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राफा के दक्षिणी गाजा शहर में हमले की तैयारी कर रहा इजरायल
नई दिल्ली: इज़रायल ने बुधवार को कहा कि वह हमास को निशाना बनाने के लिए राफा के दक्षिणी गाजा शहर में अपने नियोजित अभियान के साथ “आगे बढ़ रहा” है. वहीं पड़ोसी मिस्र से उसे कड़ी चेतावनी दी है. बता दें कि 7 अक्टूबर के बाद से गाजा में इजरायल के सैन्य अभियान में 34,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
- इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि इज़रायल राफा में एक जमीनी अभियान के साथ “आगे बढ़ रहा है.” हालांकि, इसके लिए कोई कोई समयसीमा नहीं बताई गई.
- अधिकारी ने कहा कि इजरायली रक्षा मंत्रालय ने हमले से पहले राफा से रीलोकेट फिलिस्तीनियों को रखने के लिए 40,000 तंबू खरीदे थे, हर तंबू में 10 से 12 लोगों के रहने की क्षमता थी.
- पीएम नेतन्याहू ने बार-बार कहा है कि इज़रायल गाजा की जनसंख्या के आखिरी मुख्य केंद्र राफा पर हमले के लिए आगे बढ़ेगा, जहां इजरायली सैनिकों अब तक नहीं पहुंचे हैं.
- 7 अक्टूबर को शहरों पर हुए हमले के बाद से इज़रायल ने हमास के खिलाफ युद्ध शुरू किया था, उसका कहना है कि राफा में हमास की चार लड़ाकू बटालियनें मौजूद हैं.
- हालांकि, इज़रायल को मिस्र के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी ने चेतावनी देते हुए कहा है कि राफा में किसी भी सैन्य अभियान के क्षेत्र में मानवीय स्थिति और क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा पर “विनाशकारी परिणाम” होंगे.
- राफ़ा मिस्र के बॉर्डर से सटा हुआ है. इसने दस लाख से ज्यादा फ़िलिस्तीनियों को शरण दे रखी है. ये वो लोग हैं, जो करीब 6 महीने पहले इज़रायल-हमास के बीच शुरू हुए युद्ध के बाद वहां से भाग गए थे.
- इज़रायल के सबसे करीबी सहयोगी अमेरिका ने भी उसे राफा पर हमले की योजना को रद्द करने की नसीहत दी है. अमेरिका ने कहा है कि वह अन्य तरीकों से भी वहां पर हमास के लड़ाकों का मुकाबला कर सकता है.
- इज़रायल ने दक्षिणी गाजा से अपने ज्यादातर जमीनी सैनिकों को वापस बुला लिया, लेकिन हवाई हमले अब भी जारी रखे हैं. जहां से सैनिक वापस आ चुके हैं, उन इलाकों में भी छापेमारी की जा रही है.
- इजरायल के राफा पर हमले को रोकने के लिए युद्धविराम को आगे बढ़ाने की अमेरिका, मिस्र और कतर की कोशिशें अब तक विफल रही हैं.
- गाजा के अधिकारियों का कहना है कि इजरायल के सैन्य अभियान में अब तक उनके 34,000 से ज्यादा लोग मारे गए हैं, जबकि हजारों शवों के अब भी मलबे में दबे होने की आशंका है.