क्या दिल्ली किसी एक शख्स की बपौती है; सुबह-सुबह क्यों ‘लाल’ हुए अरविंद केजरीवाल
नई दिल्ली. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोनम वांगचुक को हिरासत में लिए जाने पर सुबह-सुबह ‘लाल’ हो गए। उन्होंने कहा कि कभी किसानों को दिल्ली आने से रोका जाता है और कभी लद्दाख के लोगों को। आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक ने कहा कि क्या दिल्ली किसी एक शख्स की बपौती है? मनीष सिसोदिया ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि वांगचुक के साथ आतंकियों जैसा सलूक किया जा रहा है। इससे पहले लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने भी पीएम मोदी पर जोरदार हमला किया।
लद्दाख को छठी अनुसूची का दर्जा देने की मांग को लेकर पैदल दिल्ली की सीमा तक आए जलवायु कार्यकर्ता सोनम वांगचुक को दिल्ली पुलिस ने सोमवार रात हिरासत में ले लिया। सिंघु बॉर्डर पर वांगचुक समेत करीब 120 लोगों को हिरासत में लिया गया। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार हिरासत में लिए गए लोगों को अलीपुर और शहर की सीमा से लगे अन्य पुलिस थानों में ले जाया गया। दिल्ली के कई इलाकों में छह दिन के लिए बीएनएस की धारा 163 लागू है।
हिरासत में लिए जाने की सूचना देते हुए सोनम वांगचुक के एक पोस्ट को शेयर करते हुए दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि यह गलत है। उन्होंने बिना किसी का नाम लिए लिखा, ‘दिल्ली में आने से कभी किसानों को रोकते हैं, कभी लद्दाख के लोगों को रोकते हैं। क्या दिल्ली किसी एक शख्स की बपौती है? दिल्ली देश की राजधानी है। दिल्ली में आने का सब को अधिकार है। ये सरासर गलत है। निहत्थे शांतिपूर्ण लोगों से आखिर इन्हें क्या डर लग रहा है?’
आम आदमी पार्टी के दूसरे सबसे बड़े नेता मनीष सिसोदिया ने भी सोनम को हिरासत में लिए जाने पर आक्रोश जाहिर किया। उन्होंने एनआई से बातचीत में कहा कि वांगचुक के साथ आतंकवादियों जैसा सलूक किया जा रहा है। सिसोदिया ने कहा, ‘मुझे नहीं पता पीएम मोदी, अमित शाह और भाजपा कर क्या रहे हैं। वे गैंगस्टर को नहीं पकड़ रहे हैं क्योंकि भाजपा ने उन्हें पूरा संरक्षण दिया है। लेकिन सोनम वांगचुक जैसे लोग जो राष्ट्र के मुद्दे उठाते हैं, यदि वे पदयात्रा करना चाहते हैं तो उनके साथ आतंकवादियों जैसा क्यों सलूक किया जा रहा है? जिस शक्ति का इस्तेमाल सोनम वांगचुक को रोकने के लिए कर रहे हैं उसका इस्तेमाल गैंग्सटर्स को रोकने के लिए किया गया होता तो दिल्ली गैंगस्टर्स की राजधानी नहीं बनती।’