अमेजन ऑफिस है या जेल, टॉयलेट जाने और पानी पीने पर पाबंदी, मानवाधिकार आयोग का केंद्र सरकार को नोटिस
नई दिल्ली, अमेजन अपने कर्मचारियों को कथित तौर पर टायलेट ब्रेक भी नहीं देता। हरियाणा के मानेसर में अमेजन इंडिया के गोदाम से जुड़ी ऐसी एक न्यूज रिपोर्ट पर स्वतः संज्ञान लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग ने केंद्र सरकार को नोटिस जारी कर एक सप्ताह के भीतर जवाब मांगा है। आयोग ने कहा कि अगर रिपोर्ट सच है, तो यह श्रम कानूनों का उल्लंघन है।
टीओआई की खबर के मुताबिक रिपोर्ट में मजदूरों ने कहा कि उनसे यह शपथ कराई गई कि जब तक उनका काम का टार्गेट पूरा नहीं हो जाता, वे न तो टॉयलेट ब्रेक लेंगे और न ही वॉटर ब्रेक।
इस केस की प्रोसिडिंग के मुताबिक, “हरियाणा के मानेसर में अमेजन इंडिया के एक गोदाम में 24 वर्षीय एक मजदूर से यह प्लेज कराने को कहा गया कि जब तक वह 24 फीट लंबे 6 ट्रकों से सारे पैकेज उतार नहीं लेता, तब तक वह शौचालय नहीं जाएगा और न ही पानी का ब्रेक लेगा, जब तक कि उनकी टीम का 30 मिनट का टी ब्रेक समाप्त नहीं हो जाता”।
“शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं”
इस मामले की कार्यवाही में 16 मई को एक टीवी चैनल पर आई रिपोर्ट का हवाला दिया गया, जिसमें दिखाया गया कि पिछले महीने गोदाम की ‘इनबाउंड टीम’ ने 8 बार शपथ ली थी। कर्मचारियों ने इसकी पुष्टि की है। रिपोर्ट में कहा गया है कि गोदाम से निकलने वाले सामानों को हैंडल करने वाली ‘आउटबाउंड टीम’ को रोजाना उसके टार्गेट की याद दिलाई जाती थी। मानेसर गोदाम में एक महिला कर्मचारी ने कथित तौर पर कहा कि काम करने वाली जगहों पर शौचालय की सुविधा उपलब्ध नहीं है।
नियमों का उल्लंघन करने का आरोप
रिपोर्ट के मुताबिक भारत में श्रमिक संघों ने मानेसर और उसके आसपास के पांच गोदामों पर कारखाना अधिनियम, 1948 में उल्लिखित नियमों का उल्लंघन करने का आरोप लगाया है। खबरों में कहा गया है कि सप्ताह में 5 दिन रोजाना 10 घंटे काम करने वाला कर्मचारी एक दिन में चार ट्रक से अधिक सामान नहीं उतार सकते। वह भी तब जब 30 मिनट के लंच और टी ब्रेक सहित बिना ब्रेक के लगातार काम करते हों। एक महिला कर्मचारी ने दावा किया कि वह रोजाना 9 घंटे खड़ी रहती है।
क्या कह रहा अमेजन
अमेजन इंडिया के प्रवक्ता ने कहा, “हमारे कर्मचारियों और सहयोगियों की सुरक्षा और भलाई हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है। हमारे केंद्रों पर इन्फ्रास्ट्रक्चर और फैसिलिटिज इंडस्ट्री लीडिंग हैं। ये एक सुरक्षित और आरामदायक वर्किंक इन्वायरमेंट सुनिश्चित करने के लिए डिजाइन की गई हैं। इंप्लाई और एसोसिएट्स अपनी शिफ्ट के दौरान अनौपचारिक ब्रेक लेने के लिए स्वतंत्र हैं ताकि वे शौचालय का उपयोग कर सकें, पानी ले सकें या किसी मैनेजर या एचआर से बात कर सकें।”