मिट्टी और जल संरचनाओं के लिए बनाए जाने वाले डिजाईन की दी गई जानकारी
धमतरी । जिले में गिरते हुए भूजल स्तर को ध्यान में रखते हुए कलेक्टर नम्रता गांधी के निर्देशानुसार जल जगार उत्सव और वृक्षारोपण कार्यक्रम सहित स्वच्छता अभियान भी चलाया जा रहा है। आज इसी कड़ी में कलेक्टर सुश्री गांधी की उपस्थिति में जिला पंचायत सभाकक्ष में क्लार्ट एप्प (समग्र भूदृश्य मूल्यांकन और पुनर्स्थापन उपकरण) संबंधी प्रशिक्षण दिया गया। इसमें एफईएस संस्था गुजरात से राजेश वर्मा और एफईएस रायपुर द्वारा पीपीटी के जरिए प्रशिक्षण दिया गया। इस अवसर पर जिले के विभिन्न विभागों के अभियंता, सर्वेयर, तकनीकी सहायक सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
इस दौरान मिट्टी और जल संरचनाओं के लिए डिजाईन बनानें और उनके निर्माण में आने वाली लागत इत्यादि की बारिकी से जानकारी दी गई। इसके साथ ही वाटरशेड के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यह एक भूमि क्षेत्र है, जो झील या नदी जैसे किसी विशिष्ट जल निकाय में पानी की निकासी करता है या बहाता है। वर्षा का पानी जमा हो जाता है और गाद तथा अन्य तत्वों को वाटरशेड में नीचे की ओर ले जाती है, जिससे वे प्राप्त जल निकाय में जमा हो जाते हैं। इसके अलावा जिले के गांवों में बनने वाले संरचनाओं की नक्शा में रंगों में माध्यम से जानकारी देते हुए बातया गया कि लाल रंग वाले गांवां में पानी ऊपर रहेगा, हरा रंग वाले गांवों में पानी रिचार्ज होगा और और पीला रंग धीरे-धीरे नीचे जाएगा। अभियंताओं को बताया गया कि इस नक्शा के अनुरूप वे कार्ययोजना बनाएं।