भारतीय कप्तान रोहित शर्मा को जल्द BCCI का सामना करना होगा, कई सवालों के जवाब देने होंगे
नई दिल्ली. वर्ल्ड कप 2023 फाइनल में मिली हार के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई ने अगले चार साल का प्लान बनाने का फैसला किया है। इसके लिए बीसीसीआई टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और चीफे सेलेक्टर अजीत अगरकर के साथ एक मीटिंग करने वाली है। इस दौरान ये फैसला लिया जाएगा कि रोहित शर्मा का व्हाइट बॉल क्रिकेट में भविष्य क्या है और फ्यूचर कैप्टन टीम इंडिया का कौन होगा। रोहित शर्मा पिछले एक साल से टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट टीम का हिस्सा नहीं हैं और रिपोर्ट की मानें तो उन्होंने चयनकर्ताओं को स्पष्ट कर दिया है कि उनको टीम में नहीं चुने जाने से निराशा नहीं है।
टीओआई की रिपोर्ट की मानें तो सूत्रों ने भी पुष्टि की है कि रोहित शर्मा पहले ही चयनकर्ताओं को बता चुके हैं कि टी20आई के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किए जाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। चयनकर्ता युवा खिलाड़ियों में निवेश करने के इच्छुक हैं, ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि रोहित अपने वनडे करियर को कैसे देखते हैं। 2027 में दक्षिण अफ्रीका में अगले एकदिवसीय विश्व कप तक रोहित लगभग 40 वर्ष के हो जाएंगे। अगला बड़ा एकदिवसीय टूर्नामेंट 2025 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी होगी, जो पाकिस्तान में आयोजित होने वाली है। वहीं, अगले एक साल में भारत को केवल छह वनडे मैच खेलने हैं।
बीसीसीआई के एक सूत्र ने कहा, “एकदिवसीय विश्व कप से पहले, रोहित ने बताया था कि टी20आई के लिए उनके नाम पर विचार नहीं किए जाने पर उन्हें कोई आपत्ति नहीं है। चयनकर्ता पिछले एक साल से टी20 इंटरनेशनल क्रिकेट में युवाओं पर भारी निवेश कर रहे हैं। अगले साल जून में टी20 विश्व कप होने के कारण, वे उस रणनीति से हटने को तैयार नहीं हैं।” इसकी झलक हमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ गुरुवार 23 नवंबर से शुरू हो रही पांच मैचों की टी20 सीरीज में देखने को मिली है। भुवनेश्वर कुमार, युजवेंद्र चहल और संजू सैमसन जैसे खिलाड़ियों को मौका नहीं दिया गया है।
टीम इंडिया को अगले महीने दो टेस्ट मैचों की सीरीज से पहले दक्षिण अफ्रीका में तीन वनडे मैच खेलने हैं। टेस्ट खिलाड़ियों के लिए वनडे क्रिकेट दक्षिण अफ्रीाक की परिस्थितियों में ढलने का अच्छा मौका हो सकता है। सूत्रों ने बताया कि बोर्ड और चयनकर्ता अगले आईपीएल और टी20 विश्व कप के बाद ही वनडे के लिए योजना तैयार करेंगे। बोर्ड के लिए दूसरी बड़ी चुनौती दीर्घकालिक कप्तान तैयार करना है।
सूत्र ने दावा किया, “अभी तक ऐसा लगता है कि रोहित विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप के अगले चक्र के लिए अपनी बहुत सारी ऊर्जा टेस्ट प्रारूप पर केंद्रित करेंगे, जो 2025 तक चलेगा। लंबे प्रारूपों के लिए एक कप्तान को तैयार करना एजेंडे का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। हार्दिक पांड्या के चोटिल होने की संभावना को देखते हुए चयनकर्ता वनडे में विकल्प तलाश सकते हैं।” जिस तरह टी20 में चहल और सैमसन को नजरअंदाज किया गया है, उसी तरह टेस्ट क्रिकेट में चेतेश्वर पुजारा के बाद अजिंक्य रहाणे को बाहर किया जा सकता है।