जेनरेटर की लाइट में खेला गया भारत-ऑस्ट्रेलिया T20 मैच, रायपुर स्टेडियम पर 3.16 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच शुक्रवार को चौथा टी20 मैच खेला गया। ये मैच छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर स्थित शहीद वीर नारायण सिंह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम में खेला गया। ये वही स्टेडियम है जिसपर 3.16 करोड़ रुपये का बिजली बिल बकाया है। राज्य की बिजली कंपनी ने साल 2018 में स्टेडियम की बिजली आपूर्ति काट दी थी, लेकिन विशेष रूप से वहां होने वाले कार्यक्रमों के दौरान अस्थायी बिजली कनेक्शन को जारी रखा गया है। छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (सीएससीएस) ने कहा है कि वह स्टेडियम में बाहरी बिजली स्रोतों की भी व्यवस्था करता है और आयोजन स्थल पर कोई बिजली संकट नहीं है। रायपुर सर्कल (छत्तीसगढ़ राज्य विद्युत वितरण कंपनी लिमिटेड) के अधीक्षण अभियंता अशोक खंडेलवाल ने बताया,स्टेडियम निर्माण समिति के आवेदन पर 2010 में स्टेडियम को बिजली कनेक्शन दिया गया था। 2018 तक स्टेडियम के बिजली बिल का बकाया 3.16 करोड़ रुपये तक पहुंच गया था, जिसके बाद आपूर्ति काट दी गई थी।
10 लाख रुपए जमा कर मिला अस्थाई कनेक्शन उन्होंने बताया, बाद में उन्होंने (स्टेडियम प्राधिकरण) 200 केवीए के अस्थायी कनेक्शन के लिए आवेदन किया था, जो सुरक्षा कारणों को ध्यान में रखते हुए प्रदान किया गया था क्योंकि लोग वहां मैच देखने आते हैं। उन्होंने बताया, शुक्रवार के मैच के लिए छत्तीसगढ़ राज्य क्रिकेट संघ (सीएससीएस) ने 1000 केवीए का अस्थायी कनेक्शन मांगा था और इसके लिए 10 लाख रुपये जमा किए थे, जिसे मंजूरी दे दी गई।
अधिकारी ने बताया, बकाया बिल की वसूली के लिए हमने राज्य के खेल और युवा कल्याण विभाग को नोटिस दिया है। विभाग ने पहले इसके लिए बजटीय प्रावधान की कमी का हवाला दिया था और हाल में सभी बिलों का भुगतान करने का आश्वासन दिया है। वहीं सीएससीएस के अध्यक्ष जुबिन शाह ने कहा कि स्टेडियम के संबंध में उनके संघ की ओर से कोई बिजली बिल भुगतान लंबित नहीं है।
शाह ने कहा, स्टेडियम एसोसिएशन के स्वामित्व में नहीं है क्योंकि यह राज्य के स्वामित्व में है और खेल और युवा कल्याण विभाग और लोक निर्माण विभाग द्वारा प्रबंधित किया जाता है। सरकारी विभाग के पिछले बकाए पर हम कोई टिप्पणी नहीं कर सकते। एसोसिएशन के पास स्टेडियम के लिए भुगतान करने के लिए कोई बिजली बिल बकाया नहीं है।
उन्होंने कहा, हमारे पास स्टेडियम में आवश्यकता से अधिक बिजली स्रोत हैं और बिजली आपूर्ति का कोई संकट नहीं है। अस्थायी बिजली कनेक्शन के अलावा आवश्यकता के अनुसार हमारे पास अपने स्वयं के बाहरी बिजली स्रोत भी हैं। उन्होंने कहा कि पहले भी इसी तरह से मैच होते थे। शाह ने कहा, स्टेडियम में फ्लड लाइट हैं जो जनरेटर द्वारा संचालित होती हैं क्योंकि अगर बिजली चली जाती है तो फ्लड लाइट को फिर से शुरू करने में लगभग आधा घंटा लग जाता है।